आपकी सेहत से जुड़े कई राज छिपे हैं हथेली में, जानें आने वाली बिमारियों के संकेत
ज्योतिष शास्त्र में हस्तरेखा का बहुत महत्व हैं जिसकी मदद से व्यक्ति के जीवन से जुड़ी कई बातों की जानकारी प्राप्त की जा सकती हैं। इसी तरह हथेली में रेखाओं की मदद से सेहत से जुड़े कई राज पता किए जा सकते हैं। जी हां, हथेली में स्वास्थ्य रेखा होती हैं जिसका अंत बुध पर्वत पर होता हैं। इस रेखा की स्थिति को देखकर व्यक्ति के स्वास्थ्य का आंकलन किया जा सकता हैं। स्पष्ट रेखा अच्छी सेहत और कटी-फटी या लहरदार रेखा बुरी सेहत की ओर इशारा करती हैं। तो आइये जानते हैं किस तरह इस रेखा को देखकर अपनी सेहत के बारे में पता लगाया जाए।
ऐसी रेखा देती है गुप्त रोग की सूचना
हस्तरेखाशास्त्र के अनुसार यदि स्वास्थ्य रेखा के अंतिम छोर पर चतुर्भुज हो तो दमा का रोग होता है। यह रेखा यदि पीले रंग की हो तो गुप्त रोग की संभावना बनती है। लेकिन अगर यह रेखा हाथ में कई रंगों की हो जाए तो यह लकवा रोग की सूचक है। वहीं यह रेखा यदि हृदय रेखा को काट दे तो मिर्गी का रोग हो सकता है।
ऐसी रेखा होती है अच्छे स्वास्थ्य का सूचक
हस्तरेखाशास्त्र के अनुसार यदि स्वास्थ्य रेखा एवं जीवन रेखा अलग-अलग हों तो व्यक्ति सेहतमंद होता है। साथ ही अगर कभी कोई बीमारी हो भी जाएं तो वह जल्दी ही सही भी हो जाती है। इसके अलावा अगर यह रेखा पतली और बिल्कुल स्पष्ट हो। साथ ही मस्तिष्क रेखा भी अच्छी हो तो स्मरण शक्ति और सोचने-समझने की क्षमता अच्छी होती है।
ऐसी हो रेखा तो आती है पेट की दिक्कतें
हस्तरेखाशास्त्र के अनुसार स्वास्थ्य रेखा यदि जंजीरदार तो यह शुभ संकेत नहीं है। ऐसी रेखा का अर्थ होता है कि व्यक्ति पूरी जिंदगी पेट संबंधी रोगों से परेशान रहेगा। इसके अलावा अगर स्वास्थ्य रेखा पर अगर बिंदु हो तो जितने बिंदु हों उनमें से प्रत्येक बिंदु को पांच वर्ष की अवधि मानकर गणना करनी चाहिए। इससे व्यक्ति उतने वर्ष रोगी रहता है।
ऐसी रेखा फेफड़े रोग की सूचक
हस्तरेखाशास्त्र के अनुसार अगर स्वास्थ्य रेखा द्वीप के रूप में समाप्त हो तो फेफड़े संबंधी रोग होता है। इसके अलावा अगर यह रेखा शुरू में अधिक लाल रंग की हो जाये तो हार्ट संबंधी रोग की दिक्कत होती है। अगर यह रेखा अंत में लाल रंग की हो तो सिरदर्द संबंधी रोग होता है। वहीं यह रेखा यदि बुध पर्वत पर आकर कट जाए तो पित्त संबंधी रोग होता है।