जानें देवी-देवता के मंत्र के जाप के लिए किन मालाओं का करें इस्तेमाल
हिंदू धर्म में मंत्रों का काफी महत्व है। हर देवी-देवता का अलग-अलग मंत्र मौजूद है। माना जाता है कि अगर कोई व्यक्ति पूरी श्रद्धा के साथ इन मंत्रों का जाप करता है, तो उसके हर काम सिद्ध होते है।
हिंदू धर्म में मंत्रों का काफी महत्व है। हर देवी-देवता का अलग-अलग मंत्र मौजूद है। माना जाता है कि अगर कोई व्यक्ति पूरी श्रद्धा के साथ इन मंत्रों का जाप करता है, तो उसके हर काम सिद्ध होते है। हर एक मंत्र को एक गिनती तक करना जरूरी होता है और इन मंत्रों की गिनती को न भूले इसके लिए माला का इस्तेमाल किया जाता है। माला के दानों को मनका नाम से जाना जाता है। बड़ी माला में 108 मनके होते हैं और वहीं छोटे माला में 54 मनके होते हैं। इसके साथ ही रुद्राक्ष के अलावा विभिन्न चीजों से माला बनाए जाते हैं जिससे देवी-देवताओं को प्रिय माना जाता है। ऐसे ही जानिए कि मनवांछित फल पाने के लिए कि देवी-देवता के लिए कौन सी माला का इस्तेमाल करना होगा शुभ।
किस देवी-देवता की पूजा में करें कौन सी माला से जाप
कमलगट्टे की माला
कमलगट्टे की माला का इस्तेमाल मां लक्ष्मी और मां दुर्गा के मंत्रों के लिए किया जाता है। कमलगट्टे की माला में भी 108 मनके होते हैं।
रुद्राक्ष की माला
रुद्राक्ष के माला से भगवान शिव का जाप करना शुभ माना जाता है। इस माला से महामृत्युंजय और लघु मृत्युंजय मंत्र का जाप करना चाहिए। रुद्राक्ष के माला में पूरे 108 दाने यानी मनके होते हैं। 108 मनकों का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शास्त्रों में कुल 27 नक्षत्र बताए गए हैं। हर नक्षत्र के 4 चरण होते हैं और 27 नक्षत्रों के कुल चरण 108 ही होते हैं। माला का एक-एक दाना नक्षत्र के एक-एक चरण का प्रतिनिधित्व करता है।
स्फटिक की माला
स्फटिक की माला की माला से मां लक्ष्मी के साथ-साथ मां सरस्वती और भगवान गणेश के मंत्रों का जाप करना शुभ माना जाता है। इससे धन लाभ मिलता है। स्फटिक क्रिस्टल से बनी माला होती है। जिसमें 108 मनके होते हैं।
हल्दी की माला
हिंदू धर्म में हल्दी को शुभ माना जाता है जिसका इस्तेमाल हर धार्मिक कार्यक्रमों में किया जाता है। हल्दी की माला का इस्तेमाल शत्रु नाश के लिए बगलामुखी मंत्र के जाप के लिए किया जाता है। इसके अलावा गणेश जी के मंत्रों का जाप किया जाता है। इसके साथ ही भगवान शिव को भी प्रिय होता है। इसमें भी 108 मनके रखना शुभ माना जाता है।