जानिए कैसे करें बुध ग्रह को मजबूत

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जातक की कुंडली में कई शुभ ग्रह होते हैं, जो व्यक्ति को जीवन भर शुभ फल प्रदान करते हैं.

Update: 2022-08-11 07:10 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क।     ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जातक की कुंडली में कई शुभ ग्रह होते हैं, जो व्यक्ति को जीवन भर शुभ फल प्रदान करते हैं. वहीं यह शुभ ग्रह किन्ही परिस्थितियों में अशुभ ग्रहों के साथ युति बनाने पर मनुष्य को अशुभ परिणाम देना शुरु कर देते हैं. इन्हीं नवग्रहों में से एक है बुध. वैसे तो शुभ ग्रह है परंतु कई बार ग्रहों के साथ जुड़कर नकारात्मक प्रभाव देने लगता है. बुध ग्रह (Budh Grah) को कैसे मजबूत बनाया जाए? इस विषय में और अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल के रहने वाले ज्योतिषी एवं पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा.

कैसे करें बुध ग्रह को मजबूत
-जिन जातकों की कुंडली में बुध ग्रह कमजोर होता है, उन्हें बुधवार के दिन व्रत रखना चाहिए. इसके अलावा भगवान विष्णु की भी पूजा करना चाहिए.
-बुधवार के दिन हरे या लाल रंग के कपड़े पहनना चाहिए. इस दिन बिना नमक वाला मूंग से बना खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए.
-खाना खाने से पहले कुछ तुलसी के पत्ते गंगाजल के साथ ग्रहण करना शुभ माना जाता है.
-बुधवार के दिन बुध ग्रह से संबंधित वस्तुओं का दान करना सर्वोत्तम माना गया है. इन वस्तुओं में हरी घास, साबूत मूंग, कांस्य के बर्तन, नीले रंग के पुष्प, हरे-नीले रंग के कपड़े और हाथी के दांतों से बनी वस्तुएं शामिल हैं.
बुध ग्रह का रत्न और मंत्र
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध ग्रह की शांति के लिए पन्ना रत्न सबसे उपयुक्त माना गया है. ज्योतिषी की सलाह से पन्ना रत्न धारण करना चाहिए. बुध ग्रह की प्रधान राशि मिथुन और कन्या है. राशि के जातकों के लिए पन्ना रत्न बेहद शुभ होता है.
बुध ग्रह को मजबूत करने के लिए विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ करना चाहिए. इसके अलावा बुध बीज मंत्र 'ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः' का जप करें. बुध मंत्र को 9000 बार जपना चाहिए. बुध को प्रसन्न करने के लिए आप 'ॐ बुं बुधाय नमः अथवा ॐ ऐं श्रीं श्रीं बुधाय नमः' का भी जाप कर सकते हैं.
बुध ग्रह के लाभ
बुध एक तटस्थ ग्रह है, जो दूसरे ग्रहों की संगति के अनुसार ही फल देता है. इसका संबंध भगवान विष्णु से माना गया है.
बुध ग्रह की शांति के लिए भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है.
इस ग्रह के शुभ होने से बौद्धिक, तार्किक और गणना शक्ति बढ़ जाती है.
यह ग्रह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी ग्रह होता है, इसलिए इन दोनों राशि के जातकों को बुध कमजोर होने पर इसकी शांति के उपाय जरूर करना चाहिए.
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