जलपान की अहमियत: सुबह की पहली खुराक का हमारी सेहत के लिए खासा महत्व
हम रोज सुबह अपनी दिनचर्या की शुरुआत कैसे करते हैं, इस पर हमारा स्वास्थ्य कापी हद तक निर्भर करता है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हम रोज सुबह अपनी दिनचर्या की शुरुआत कैसे करते हैं, इस पर हमारा स्वास्थ्य कापी हद तक निर्भर करता है। इस बारे में एक बड़ी भ्रांति यह है कि आमतौर पर लोग रोज सुबह योग या दूसरे व्यायाम को ही जरूरी या पर्याप्त मानते हैं। पर ऐसा नहीं है। सुबह की पहली खुराक या जलपान का भी हमारी सेहत के लिए खासा महत्व है।
स्वास्थ्य विज्ञान भी यह मानता है कि हमारी अच्छी सेहत में सुबह के जलपान की बड़ी भूमिका है। अलबत्ता इस बारे में आगे विचार करने से पहले हमें कुछ जरूरी बात समझनी होगी। इसमें सबसे जरूरी यह समझना है कि सुबह के स्वास्थ्यवर्धक जलपान में कैलोरी बहुत कम होने की जरूरत नहीं होती। स्वास्थ्य विज्ञान भी यह मानता है कि हमारी अच्छी सेहत में सुबह के जलपान की बड़ी भूमिका है।
कम न पड़े कैलोरी
वास्तव में आपका सुबह का नाश्ता आपके दोपहर के भोजन से अधिक पेट भरने वाला होना चाहिए और आपके रात के खाने की तुलना में अधिक कैलोरी वाला होना चाहिए। नाश्ते में निश्चित तौर पर मोटापे (फैट) वाले पोषक तत्त्व की कमी होनी चाहिए लेकिन इसका यह कतई मतलब नहीं है कि फैट वाले भोजन से पूरी तरह परहेज करें।
दोपहर के भोजन के समय तक आपके शरीर को पर्याप्त ऊर्जा मिलती रहनी चाहिए। जाहिर है कि शरीर को इस तरह की ऊर्जा जलपान में एक कप चाय और बिस्किट भर लेने से तो कभी नहीं मिल सकती।
पोषकीय शुरुआत
वास्तव में अपेक्षित और स्वस्थ जलपान आपको अपने दिनभर की दिनचर्या को पोषकीय शुरुआत देने वाला होना चाहिए। जो लोग सुबह अच्छा नाश्ता करने के बाद काम पर जाते हैं, वे दफ्तर में भी कई घंटे तक ऊर्जा से भरे रहते हैं।
इस बारे में आहार विशेषज्ञ से बात करें तो वे आपको सुबह के नाश्ते में 'कांप्लेक्स कार्ब' और कई सारे अनाज से युक्तचीजें खाने की सलाह देंगे। कांप्लेक्स कार्ब्स में प्रचुर मात्रा में फाइबर होते हैं। इससे यह ब्लड शुगर की मात्रा को सही करने में काफी मदद मिलती है। लिहाजा, अनाजयुक्तरोटी और कुकीज के साथ मूसली या सेवई अच्छा जलपान हो सकता है।
मौसमी फल
फलों में पाया जाने वाला प्राकृतिक शर्करा आपकी ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे आपको सुबह की भाग-दौड़ करने के लिए काफी स्फूर्ति का अहसास होता है। आमतौर पर केला, आम, अनार, पपीता और अंगूर को सुबह के जलपान में शामिल करने की सलाह दी जाती है। जलपान में फलों का नियमित सेवन सेहत के लिए काफी फायदेमंद है।
यदि आपको दिनभर के लिए ऊर्जा चाहिए तो इसके लिए आप अपने जलपान में दो उबले अंडे या फिर आमलेट शामिल कर सकते हैं। कुछ लोग सोचते हैं कि दूध सिर्फ बच्चों के लिए जरूरी या उपयोगी होता है तो यह धारणा गलत है। दूध को जलपान में जरूर शामिल करना चाहिए। इससे आपके शरीर को कई तरह के पोषक तत्व एक साथ मिल जाते हैं।
सुबह के जलपान में आप दलिया या ओट्स को शामिल कर सकते हैं। पर्याप्त कार्ब्स लेने से जल्द भूख नहीं लगती और लंबे समय तक शरीर को ऊर्जा मिलती रहती है। यदि आप सुबह व्यायाम करते हैं, तो नाश्ते के दौरान कार्ब्स खासतौर पर महत्वपूर्ण हैं। ब्रेड, बिस्किट और बंस (पाव) सहित सभी रूपों में प्रसंस्कृत खाने की चीजों से बचना चाहिए।
सलाह और एहतियात
अपने खानपान को संयमित रखने के लिए यह जान लें कि मैदा और ज्यादा तेल का सेवन शरीर के लिए कभी अच्छा नहीं होता।
आजकल शहरों में बर्गर को नाश्ते में शामिल करने का चलन तेजी से बढ़ा है। अगर मोटापे के संकट में आप नहीं फंसना चाहते हैं तो बर्गर से जरूर तौबा कर लें।
कई बार लोग नाश्ता भी रात को ही बनाकर फ्रिज में रख देते हैं और सुबह उठकर उसको गरम करके खाते हैं। ऐसा करना शरीर के लिए नुकसानदेह है।