अगर आपके बच्चे रात में डरते है, तो मोरपंख रख लें जानिए और उपाय
हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मोर पंख सुख-समृद्धि व खुशहाली का प्रतीक है।
हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मोर पंख सुख-समृद्धि व खुशहाली का प्रतीक है। साथ ही भगवान श्रीकृष्ण को यह अतिप्रिय होने से वे इसे अपने मुकुट पर धारण करते हैं। वहीं ज्योतिष व वास्तु शास्त्र के अनुसार, मोर पंख को नौ ग्रहों का मुखिया भी कहा जाता है। मान्यता है कि इसे घर पर रखने या लगाने से सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। साथ ही इससे जुड़े कुछ उपाय करने से जीवन की समस्याएं दूर होकर सुख व खुशहाली मिलती है। तो चलिए जानते हैं इसके फायदों के बारे में...
बच्चे का डर दूर करने के लिए
कई बार बच्चे को कोई बुरा सपना आने पर वह डर जाता है। ऐसे में वे ठीक से सो भी नहीं पाता है। इससे बचने के लिए आप मोर पंख से बच्चे को हवा दें। वहीं बच्चे का जिद्दीपन कम करने के लिए उसके कमरे में किसी कोने पर मोरपंख रख दें। इससे उसका जिद्दीपन कम होने लगेगा।
नजरदोष से करें बचाव
घर के छोटे बच्चों को नजर लगने का डर रहता है। ऐसे में एक चांदी की ताबीज़ में मोर का पंख डालकर नवजात को पहना दें। इससे उसपर पड़ी बुरी नजर दूर हो जाएगी। इसके अालाव आप इसे बच्चे के सिरहाने पर भी रख सकते हैं।
रिश्तों में भरे मिठास
जिन घरों में पति-पत्नी के बीच झगड़े रहते हैं उन्हें अपने बेडरूम की पूर्व दिशा या दक्षिण पूर्व दिशा पर मोरपंख लगाना चाहिेए। मान्यता है कि इससे दांपत्य जीवन में चल रहा क्लेश दूर होकर रिश्तों में मिठास आती है।
घर का राहू दोष होगा दूर
घर में राहू दोष होने से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इससे बचने के लिए घर की पूर्वी और उत्तर-पश्चिम दीवार पर, जेब में या डायरी में मोर पंख रखें।
सकारात्मक ऊर्जा के लिए
घर के मुख्य द्वार से ही सकारात्मक व नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है। ऐसे में घर के मेन गेट पर मोर का पंख लगा दें। इससे घर में पॉजिटिविटी का संचार होगा।
आर्थिक लाभ के लिए
मोर को सुख-समृद्धि व शांति का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में इसे घर के दक्षिण-पूर्व कोने में रखने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
किसी तरह का नुकसान होने से बचाव
वास्तु के अनुसार, मोर पंख को अपने पास रखने से किसी भी तरह का नुकसान होने से बचाव रहता है।
अटके हुए काम पूरा करने के लिए
अगर आपका कोई काम अटका हुआ है तो 1 मोरपंख लेकर उसे राधा-कृष्ण के मंदिर में राधे-राधे नान लेते हुए श्रीकृष्णा के पास रखें। लगातार 40 दिनों तक इस उपाय को करें। इससे आपका कारोबार में अटका काम या बच्चों की शादी में आने वाली रूकावटें दूर हो जाएंगी।