दरिद्रता से पाना चाहते हो तो कुबेर के इन चमत्कारी मंत्रों का करें जाप
हिंदू धर्म में धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा के साथ-साथ धन के देवता कुबेर देव की पूजा भी की जाती है.
हिंदू धर्म में धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा के साथ-साथ धन के देवता कुबेर देव की पूजा भी की जाती है. जीवन में सुख-सुविधाओं की प्राप्ति और धन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ उपाय और मंत्रों के बारे में बताया गया है. इन मंत्रों का जाप से धन कुबेर देव की कृपा प्राप्त होती है और व्यक्ति के जीवन से दरिद्रता का अंत होता है. ऐसा माना जाता है कि जिस घर में नियमित रूप से धन कुबेर की पूजा की जाती है,उस घर में धन संबंधी समस्याएं कभी नहीं आती.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार धन प्राप्ति के लिए मां लक्ष्मी के साथ धन कुबेर की पूजा का भी खास महत्व है. आज हम आपको धन कुबेर के कुछ प्रभावशाली मंत्रों के बारे में बताने जा रहे हैं. इन मंत्रों के नियमित जाप से व्यक्ति के जीवन की दरिद्रता दूर होती है. और व्यक्ति को आर्थिक तंगी का सामना नहीं करना पड़ता.
करें धन कुबेर के इन मंत्रों का जाप
ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धनधान्याधिपतये
धनधान्यसमृद्धिं मे देहि दापय स्वाहा॥
ये मंत्र कुबेर देव का अमोघ मंत्र है. ये मंत्र 35 अक्षरों से बना है. और नियमित रूप से तीन महीने तक इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के जीवन में धन संबंधी समस्याओं का नाश होता है. इस मंत्र का जाप करते समय इस मंत्र का जाप करीब 108 बार करें. साथ ही मंत्रोच्चारण करते समय धनलक्ष्मी कौड़ी अवश्य रखें.
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति को ऐश्वर्या, पद, प्रतिष्ठा, सौभाग्य और अष्ट सिद्धि की कमी नहीं सताती. इस मंत्र के जाप से धन कुबरे और मां लक्ष्मी दोनों की कृपा प्राप्त होती है. इसे अष्टलक्ष्मी कुबेर मंत्र के नाम से जाना जाता है. इस मंत्र का जाप करते समय हाथ में जल, फूल और अक्षत होने चाहिए. साथ ही, मंत्र जाप पूर्व दिशा की ओर करके करना चाहिए.
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥
मान्यता है कि धन की प्राप्ति और दरिद्रता को दूर करने के लिए इस मंत्र का जाप बेहद चमत्कारी है. जहां इसके जाप से भौतिक सुख प्राप्त होते हैं. वहीं, सुबह के समय इस मंत्र का जाप सबसे उत्तम माना गया है. इस मंत्र का जाप करते समय कुबेर देव की प्रतिमा या तस्वीर की स्थापना कर लें और इसके सामने बैठ कर पूजा-पाठ या मंत्र का जाप करें.