करवाचौथ पर रख रहे हैं व्रत तो पति-पत्नी भूलकर भी न करें ये गलती

सुहाग का प्रतीक करवाचौथ व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए खासा मायने रखता है. इस दिन महिलाएं पति की दीर्घायु की मंगल कामना करते हुए निर्जला उपवास रखती हैं. हालांकि, इस दौरान कुछ ऐसे नियम होते हैं

Update: 2022-09-29 02:24 GMT

 सुहाग का प्रतीक करवाचौथ व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए खासा मायने रखता है. इस दिन महिलाएं पति की दीर्घायु की मंगल कामना करते हुए निर्जला उपवास रखती हैं. हालांकि, इस दौरान कुछ ऐसे नियम होते हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य माना जाता है. ऐसा न करने पर व्रत का अधूरा रह जाता है और इसका फल भी नहीं मिलता. वहीं, दांपत्य जीवन में कई तरह के नुकसान भी उठाने पड़ सकते हैं.

करवा चौथ का व्रत इस बार 13 अक्टूबर 2022 यानी कि गुरुवार के दिन पड़ रहा है. इस दिन महिलाएं पति की दीर्घायु और सुखी जीवन की कामना करती हैं. इस दौरान महिलाओं को स्वच्छता और पवित्रता का ध्यान रखना चाहिए.

करवाचौथ व्रत के दिन दंपति को उपवास के दौरान शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए. इसे वर्जित माना जाता है. हिंदू धर्म में किसी भी तरह का व्रत हो, इस तरह का विचार मन में आना भी गलत माना जाता है.

यह व्रत भगवान गणपति को समर्पित होता है. इस दिन गणपति के साथ मां पार्वती की भी आराधना की जाती है. ऐसे में व्रत के दौरान पति और पत्नी को शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए.

मान्यता है कि व्रत के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से पति-पत्नी पाप के भागीदार बन जाते हैं. महिला का व्रत भंग माना जाता है और उनको व्रत का फल नहीं मिलता है. ऐसे में इस तरह के कार्य से बचना चाहिए.

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