यदि आप भी करते हैं सोमवार का व्रत, तो भूलकर भी ना करें ये गलती
हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए सोमवार का व्रत करना सबसे सरल और सबसे अच्छा उपाय माना जाता है.
हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए सोमवार का व्रत करना सबसे सरल और सबसे अच्छा उपाय माना जाता है. भगवान शिव की भक्ति में लीन होकर हर व्यक्ति मन चाहा फल पा सकता है. इसके करते समय कुछ छोटी-छोटी बातों को ध्यान में रखना बहुत ज़रूरी है, जिससे कि कोई गलती ना हो, क्योंकि इन गलतियों के कारण आपको इस व्रत का फल प्राप्त नहीं होगा. इसके बारे में हमें बता रहे हैं भोपाल निवासी पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा, ज्योतिष कि सोमवार के व्रत में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
सोमवार व्रत के नियम
जो भक्त सोमवार के दिन भगवान शिव का व्रत रखते हैं, उन्हें सुबह जल्दी उठकर स्नान करके साफ वस्त्र धारण करना चाहिए. उसके बाद मंदिर में जाकर शिवलिंग का जल से अभिषेक करना चाहिए. जलाभिषेक के बाद भगवान शिव और माता पार्वती की श्रद्धा भाव से पूजा अर्चना करें और व्रत कथा अवश्य सुनें. सनातन धर्म में शास्त्रों के अनुसार सोमवार के व्रत में तीन पहर में एक ही समय भोजन करने का उल्लेख मिलता है. इस व्रत में आप फलाहार भी ले सकते हैं.
भगवान शिव की पूजा में न करें ये गलतियां
भगवान शिव को समर्पित सोमवार के दिन व्रत रखते समय कुछ बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है.
भगवान शिव की पूजा में हम सभी जल मिले दूध से अभिषेक करते हैं. इस बात का विशेष ध्यान रखें ध्यान रखें कि दूध से अभिषेक करते समय तांबे के कलश का इस्तेमाल ना करें. तांबे के पात्र में दूध डालने से दूध संक्रमित होता हो जाता है और चढ़ाने योग्य नहीं रह जाता.
पूजा के दौरान शिवलिंग पर दूध, दही, शहद या कोई भी वस्तु चढ़ाने के बाद जल ज़रूर चढ़ाएं. अंत में जल चढ़ाने से ही जलाभिषेक पूर्ण माना जाता है.
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, शिवलिंग पर हमेशा चंदन का तिलक लगाएं. कभी भी रोली और सिंदूर का तिलक नहीं लगाना चाहिए.
इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि भगवान शिव के मंदिर में शिवलिंग की कभी भी पूरी परिक्रमा ना करें. जिस जगह से दूध बहता है वहां रुक जाएं और वापस घूम जाएं.