लक्ष्मी जी की कृपा पानी है तो तुलसी जी की सेवा करें
लक्ष्मी जी धन, ऐश्वर्य, संपदा, स्वास्थ्य, सुख, शक्ति, भोजन, वैभव, धैर्य, मोक्ष, प्रेम, सौंदर्य और करुणा प्रदान करने वाली देवी हैं. त्रिदेव में भगवान विष्णु की पत्नी होने के नाते ही उन्हें विष्णु प्रिया भी कहा जाता है.
लक्ष्मी जी धन, ऐश्वर्य, संपदा, स्वास्थ्य, सुख, शक्ति, भोजन, वैभव, धैर्य, मोक्ष, प्रेम, सौंदर्य और करुणा प्रदान करने वाली देवी हैं. त्रिदेव में भगवान विष्णु की पत्नी होने के नाते ही उन्हें विष्णु प्रिया भी कहा जाता है. जब भी हम लक्ष्मी जी के पूजन की बात करते हैं तो हमारे सामने तुलसी का ख्याल भी आता है. तुलसी का पौधा मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. इनकी पूजा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. इसी कारण विष्णु जी को भी तुलसी प्रिय हैं. हमारे धर्म में तुलसी पूजन का विशेष महत्व है. इसीलिए लक्ष्मी पूजन में तुलसी की माला अवश्य ही रखी जाती है. जो लोग माता लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते हैं उन्हें तुलसी की माला अवश्य ही ग्रहण करनी चाहिए.
तुलसी की पूजा से प्रसन्न होते हैं विष्णु जी
स्कंद पुराण में स्वयं भगवान विष्णु ने तुलसी माला के बारे में कहा है कि जो भक्त मुझे भक्ति भावपूर्वक तुलसी की माला निवेदन करता है और फिर मेरे प्रसाद स्वरूप उस माला को धारण कर लेता है उसके सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. ऐसे भक्तों से मैं प्रसन्न होकर उनकी मनोकामना पूरी करता हूं. जिस घर में तुलसी का पौधा होता है या उसे देवी मान कर उसकी उपासना करता है नित्य प्रति जल अर्पित करता है तो उस पर माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की कृपा बरसती है. यदि आप तुलसी की माला ग्रहण कर लक्ष्मी जी की उपासना करते हैं तो आपकी सभी मनोकामना पूरी होती हैं और भगवान विष्णु आशीर्वाद प्रदान करते हैं.
तुलसी का पौधा दूर भगाता है नकारात्मक ऊर्जा
तुलसी के पौधे को घर के आंगन में लगाने से घर की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है और परिवार में सुख समृद्धि तथा शांति का प्रवेश होता है. जिस घर में तुलसी के पौधे पर नित्य सुबह स्नान करने के बाद जल चढ़ाया जाता है और संध्या को घी का दीपक जलाया जाता है उस घर में माता लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रही है. ऐसे घर में कभी भी धन की कमी नहीं रहती है और भंडार हमेशा भरा रहता है.