Guru Dosh: गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की उपासना से दूर होंगे कुंडली में गुरू दोष

गुरु ग्रह को ब्रहस्पति या देव ग्रह भी कहा जाता है. गुरु ग्रह भाग्य और वैवाहित जीवन का कारक माना जाता है. अगर कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर हो तो व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है.

Update: 2021-09-09 03:22 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Guru Dosha Upaye: गुरु ग्रह (guru grah) को ब्रहस्पति या देव ग्रह (dev grah) भी कहा जाता है. हिंदू धर्म में हर ग्रह का अपना महत्व है. कुंडली में अगर किसी भी ग्रह का कुप्रभाव पड़ रहा हो तो कुंडली में उस ग्रह का दोष हो जाता है, जिसका असर हमारी जिंदगी पर पड़ता है. ऐसे ही गुरु ग्रह भाग्य और वैवाहित जीवन का कारक माना जाता है. कहते हैं कि अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत हो तो उस व्यक्ति को जीवन में बहुत सफलता मिलती है. वे खूब तरक्की करता है. उस व्यक्ति को काफी ज्ञान होता है. साथ ही व्यक्ति के सारे रुके हुए काम बनने लग जाते हैं. लेकिन वहीं अगर कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर (weak guru in kundali) हो तो जीवन में उस व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. बनते काम बिगड़ने लगते हैं, किसी भी काम में सफलता हाथ नहीं लगती और आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ता है.

धार्मिक मान्यता के अनुसार अगर कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर है तो भगवान विष्णु की उपासना (lord vishnu puja) करके या उन्हें प्रसन्न करके गुरु ग्रह को मजबूत किया जा सकता है और कुंडली पर पड़ रहे गुरु के प्रभावों को कम या खत्म किया जा सकता है. आइए डालते हैं एक नजर कि गुरुवार के दिन गुरु दोष (guru dosha upaye on thursday)दूर करने के लिए भगवान विष्णु को कैसे प्रसन्न किया जाए.
1. अगर आप कुंडली में गुरु के दोष को समाप्त करना चाहते हैं तो गुरुवार को स्नान से पहले पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करें. स्नान के बाद 'ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय नम:' मंत्र का जाप करें. इस दिन माथे पर केसर का तिलक अवश्य लगाएं. इसके बाद केले के पेड़ पर जल, दीप और धूप अर्पित कर भगवान विष्णु का आर्शीवाद प्राप्त करें
2. अगर आपने किसी को गुरु नहीं बनाया है तो प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करें. गायत्री मंत्र को बहुत शक्तिशाली माना गया है. प्रतिदिन 108 बार इसका जाप करने से गुरु ही नहीं बल्कि सूर्य भी मजबूत होता है. इससे जीवन की सभी समस्याएं अपने आप दूर हो जाती हैं.
3. गुरुवार के दिन पीले हकीक (एक प्रकार का उपरत्न है) की माला से 'ऊँ ह्रीं ह्रीं श्रीं श्रीं लक्ष्मी वासुदेवाय नम:' मंत्र का जाप करें. अगर संभव हो तो रोज अन्यथा गुरुवार के दिन तो इसका जाप जरूर करें. इससे आपके देवगुरु बृहस्पति की कृपा जरूर प्राप्त होगी.
4. किसी जरूरतमंद बच्चे को किसी मंदिर या वैसे ही किताबे दान में दें. वहीं, किसी जरूरतमंद या गरीब को चने की दाल दान में दें. ऐसा करने से कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होती है.
5. अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में गुरु दोष है तो उस व्यक्ति के सुबह के समय जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करनी चाहिए. इसके साथ ही विष्णु सहस्रनाम का पाठ जरूर करें. इससे अवश्य की आपको फल मिलेगा.


Tags:    

Similar News

-->