Guru Dosh: गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की उपासना से दूर होंगे कुंडली में गुरू दोष
गुरु ग्रह को ब्रहस्पति या देव ग्रह भी कहा जाता है. गुरु ग्रह भाग्य और वैवाहित जीवन का कारक माना जाता है. अगर कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर हो तो व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Guru Dosha Upaye: गुरु ग्रह (guru grah) को ब्रहस्पति या देव ग्रह (dev grah) भी कहा जाता है. हिंदू धर्म में हर ग्रह का अपना महत्व है. कुंडली में अगर किसी भी ग्रह का कुप्रभाव पड़ रहा हो तो कुंडली में उस ग्रह का दोष हो जाता है, जिसका असर हमारी जिंदगी पर पड़ता है. ऐसे ही गुरु ग्रह भाग्य और वैवाहित जीवन का कारक माना जाता है. कहते हैं कि अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत हो तो उस व्यक्ति को जीवन में बहुत सफलता मिलती है. वे खूब तरक्की करता है. उस व्यक्ति को काफी ज्ञान होता है. साथ ही व्यक्ति के सारे रुके हुए काम बनने लग जाते हैं. लेकिन वहीं अगर कुंडली में गुरु ग्रह कमजोर (weak guru in kundali) हो तो जीवन में उस व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. बनते काम बिगड़ने लगते हैं, किसी भी काम में सफलता हाथ नहीं लगती और आर्थिक तंगी का सामना भी करना पड़ता है.