Ganeshotsav 2021 : 10 सितंबर से लगेगा लालबाग के राजा का दरबार, अद्भुत रहेगा भगवान गणेश का स्‍वरूप

सुखकर्ता, दुखहर्ता भगवान गणेश के अद्भुत स्‍वरूप लालबाग के राजा के भक्तों के लिए खुशखबरी है।

Update: 2021-08-03 12:37 GMT

सुखकर्ता, दुखहर्ता भगवान गणेश के अद्भुत स्‍वरूप लालबाग के राजा के भक्तों के लिए खुशखबरी है। 10 सितंबर से शुरू होने वाले गणेशोत्सव पर लालबाग के राजा विराजमान होंगे और कोरोना को देखते हुए भीड़ न हो, इसलिए भक्त गणपति बप्पा के ऑनलाइन दर्शन कर सकेंगे। पिछली साल कोरोना महामारी की वजह से लालबाग के राजा का दरबार नहीं सज पाया था। इससे 86 साल से चली आ रही परंपरा टूट गई थी। गणेशोत्सव, गणेश चतुर्थी से शुरु होता है और 10 दिन बाद अनंद चतुर्दशी को समाप्त हो जाता है। 10 दिन चलने वाले इस उत्सव को पूरे देश में बहुत धुमधाम से मनाया जाता है।

विदेशों तक फैली हुई है लालबाग राजा की ख्याति
लालबाग के राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल द्वारा राज्य सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए गणेशोत्सव मनाया जाएगा। इस बार गणेशजी की मूर्ति चार फुट ऊंची होगी। भक्त इस बार लालबाग के राजा के दर्शन कर सकेंगे। बता दें कि लालबाग के राजा की ख्याति न सिर्फ देश में, बल्कि विदेशों तक फैली हुई है। यहां पर घंटों लाइन में खड़े रहकर गणपति बप्पा से मन्नतें मांगने आते हैं और फिर मन की मुराद पूरी होने पर दर्शन करते हैं।
'मेरा गणेशोत्सव, मेरी जिम्मेदारी'
पिछले साल कोरोना वायरस के चलते गणेश उत्सव की बजाय स्वास्थ्य उत्सव मनाया गया था। इस साल भी कोरोना वायरस का खतरा टला नहीं है, इसलिए 'माझा गणेशोत्सव, माझी जवाबदारी' यानी 'मेरा गणेशोत्सव, मेरी जिम्मेदारी' के टैग लाइन के साथ गणेश उत्सव का आयोजन होगा। हर साल लालबाग के राजा के दरबार में मत्था टेकने दूर-दराज से भक्त आते हैं और हजारों की संख्या में भीड़ जमा होती है, इसलिए मंडल ने भक्तों के लिए ऑनलाइन दर्शन की व्यवस्था की है।
1934 से सज रहा है दरबार
लालबाग के राजा का पहली बार 1934 में दरबार लगा था, तब से भक्तों की इतनी गहरी आस्था हो गई, हर साल उनके दरबार में मन्नतें मांगने वाले भक्तों की संख्या बढ़ती चली गई। इसको देखते हुए गणेशोत्सव के दौरान पुलिस प्रशासन को सुरक्षा का इंतजाम करना पड़ता है। उनके दरबार में माथा टेकने वालों में नेता, मंत्री, उद्योगपति और बॉलीवुड के सितारे भी शामिल हैं। इनका दर्शन करना बहुत ही सौभाग्यशाली माना जाता है।
Tags:    

Similar News

-->