जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मनुष्य के जीवन में उतार-चढ़ाव लगा रहता है. इन सबके बीच कुछ परेशानियां ऐसी होती हैं जो आसानी से खत्म हो जाती हैं. वहीं कुछ ऐसी होती हैं जिनसे हम उबर नहीं पाते और ऐसे में हम ज्योतिषियों की शरण लेते हैं. ज्योतिष शास्त्र में जेम्स (Gems) यानी रत्नों का विशेष महत्व है. ज्योतिष शास्त्र में ग्रह दशाओं के अनुसार आपको रत्न पहनने की सलाह दी जाती है लेकिन कई बार हम अनजाने में एक से अधिक ऐसे रत्न धारण कर लेते हैं जो हमें फायदा पहुंचाने के जगह नुकसान पहुंचाने लगते हैं.
इन रत्नों को न पहनें एक साथ
ज्योतिष शास्त्र में ऐसा माना जाता है कि यदि किसी व्यक्ति का चंद्रमा अशुभ है तो उसकी शुद्धि के लिए मोती को धारण किया जा सकता है लेकिन इस बात का हमेशा ख्याल रखें कि मोती के साथ हीरा, पन्ना, गोमेद, लहसुनिया और नीलम धारण नहीं करना चाहिए. इन्हें एक साथ पहनने पर कई प्रकार की मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. अच्छे परिणाम के लिए ज्योतिष सलाहकार से संपर्क करना चाहिए.
पन्ना के साथ न पहनें ये रत्न
-बुध ग्रह पन्ना रत्न का प्रतिनिधित्व करता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध ग्रह संबंधित दोष खत्म करने के लिए पन्ना पहना जा सकता है लेकिन कभी भी पन्ना पहनने के बाद साथ में पुखराज, मूंगा या मोती नहीं पहनना चाहिए. इन रत्नों को एक साथ पहनने से जातक के जीवन में आर्थिक समस्याएं लगातार बनी रहती हैं.
लहसुनिया के साथ न पहनें ये रत्न
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि किसी भी व्यक्ति को लेहसुनिया के साथ माणिक्य, मूंगा, पुखराज और मोती रत्न धारण नहीं करना चाहिए. ये सारे रत्न अलग-अलग प्रकृति के होते हैं और इन्हें एक साथ पहनने से जातक के सभी कार्य बिगड़ने लगते हैं.