चैत्र नवरात्रि के दौरान भूलकर भी न करें ये काम, जिससे माता दुर्गा हो सकती है नाराज

हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह का आरंभ हो चुका है। हर वर्ष सनातन धर्म के अनुसार चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से लेकर नौ दिनों तक चैत्र नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है।

Update: 2022-03-21 03:46 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह का आरंभ हो चुका है। हर वर्ष सनातन धर्म के अनुसार चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से लेकर नौ दिनों तक चैत्र नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। हिंदू धर्म में वैसे तो सालभर में 4 बार नवरात्रि मनाई जाती है। चैत्र और शारदीय नवरात्रि के अलावा दो गुप्त नवरात्रि पड़ती है। चैत्र नवरात्रि का पर्व 2 अप्रैल से 11 अप्रैल तक मनाया जाएगा। चैत्र नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है। मां दुर्गा को सुख, समृद्धि और धन की देवी माना जाता है। धार्मिक मान्यता है कि नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने से वो अपने भक्तों पर प्रसन्न होती हैं। साथ ही उनकी सारी मनोकामनाएं भी पूरी करती हैं। लेकिन चैत्र नवरात्रि के दौरान कुछ ऐसे कार्य भी हैं जिसको भूलकर भी नहीं करने चाहिए अन्यथा माता दुर्गा नाराज हो सकती है। आइए जानते हैं क्या हैं वो कार्य

चैत्र नवरात्रि के 9 दिनों तक व्रत रखने वाले जातकों को अपने दाढ़ी-मूंछ, या बाल नहीं कटवाने चहिए। यदि व्रत नहीं भी किया है लेकिन घर में यदि कलश की स्थापना की गई है तो भी परिवार के लोगों को इन चीजों से परहेज करना चाहिए।
नवरात्रि के दौरान घर में पूरे नौ दिन तक सात्विक भोजन बनना चाहिए, तामसिक भोजन जैसे मास-मदिरा या प्याज लहसुन से परहेज करना चाहिए।
चैत्र नवरात्रि के दौरान यदि किसी जातक ने उपवास रखा है तो उसे दिन में बिल्कुल सोना नहीं चाहिए बल्कि माता की भक्ति में ध्यान लगाना चाहिए।
नवरात्र व्रत करने वाले जातकों नवरात्रि के दौरान चमड़े की वस्तु जैसे बेल्ट, जूते, चप्पल या पर्स आदि धारण नहीं करने चाहिए।
नवरात्र व्रत करने वाले जातकों नवरात्रि के दौरान चमड़े की वस्तु जैसे बेल्ट, जूते, चप्पल या पर्स आदि धारण नहीं करने चाहिए और न ही मंदिर के आसपास ऐसे कोई वस्तु रखनी चाहिए।
नवरात्रि के दौरान व्रती साधक फलाहार करते समय एक ही स्थान पर बैठकर फलाहार करें। यानी पहले दिन जिस जगह बैठकर आपने फलाहार किया था उसी स्थान पर 9 दिनों तक व्रत खोलें, अन्यथा व्रत का फल प्राप्त नहीं होगा।
चैत्र नवरात्रि के दौरान यदि आपने घर में मां दुर्गा की अखंड ज्योति जलाई है तो घर खाली नहीं छोड़ना चाहिए। घर का कोई भी एक सदस्य घर में अवश्य मौजूद होना चाहिए।
चैत्र घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
चैत्र घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त आरंभ: 2 अप्रैल 2022, शनिवार, प्रातः 06:22 बजे से
चैत्र घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त समाप्त: 2 अप्रैल 2022, शनिवार, प्रातः 08:31 मिनट पर
कुल अवधि: 02 घण्टे 09 मिनट
घटस्थापना का अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:08 बजे से 12:57 बजे तक रहेगा।
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