कार्तिक कृष्णपक्ष की त्रयोदशी तिथि पर शनिवार को धनतेरस मनाया जाएगा। पर्व को लेकर बर्तन बाजार चमक रहे हैं। बाजारों में ग्राहकों की भीड़ को देखकर कारोबारी भी बेहतर व्यापार की उम्मीद लगाए हुए हैं। शनि प्रदोष, पूर्वा फाल्गुनी व उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र, ब्रह्म योग होने से पर्व का महत्व बढ़ गया है। शुभ मुहुर्त में बर्तन, आभूषण, वस्त्र, वाहन, रत्न की खरीदारी करके मां लक्ष्मी, कुबेर, गणेश व धनवंतरि का पूजन करने वाले ऐश्वर्य व आरोग्यता की प्राप्ति करेंगे। धनतेरस पर अनेक लोग अपने व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में बही-खाता बदलते हैं। इससे व्यापार में वृद्धि होती है।
वैश्विक महामारी कोरोना के बाद से हिचकोले खा रहे हर क्षेत्र के कारोबार को इस बार उबरने का बेहतर मौका दिख रहा है। धनतेरस से शुरू हो रहे पांच दिवसीय दीपोत्सव पर्व को लेकर दुकानदार भी आधुनिकता के दौर के हिसाब से सामान दुकानों में डंप किए हुए हैं। खासकर धनतेरस पर बर्तन बाजार ग्राहकों से गुलजार हो रहा है। बर्तन कारोबारी रमेश गुप्ता बताते हैं कि आकर्षक डिजाइनरों के बर्तनों की खासी मांग है। दिलीप जायसवाल कहते हैं कि इस बार ग्राहक बाजार पहुंच रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के दुकानदार थोड़ा निराश हैं। उनका कहना है कि बेमौसम बारिश से फसलों को नुकसान होने से लोग परेशान हैं। वैसे भी इस बार खास योग को देखते हुए बर्तन, ज्वैलरी की खरीदारी में तेजी आई है।