नई दिल्ली : आज के भागदौड़ भरे जीवन में तनाव एक आम समस्या बन गया है। इस समस्या से निपटने के लिए कई लोग दवाइयों का सहारा लेते हैं, लेकिन यह स्थायी समाधान नहीं है। इसके स्थान पर, मंत्रों का जाप एक प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है जो तनाव को कम करने और मन को शांत करने में मदद करता है। आज हम आपको इस लेख के द्वारा ऐसे मंत्रों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका जाप करने से दुख, रोग और परेशानियां आसानी से दूर हो जाती है। इसी के साथ चलिए जान लेते हैं कि वह कौन-कौन से मंत्र है जिनका जाप करने से स्ट्रेस जैसी समस्या दूर हो जाती है।
किन पांच मंत्रों का करना चाहिए रोजाना जाप
गायत्री मंत्र: यह सबसे शक्तिशाली मंत्रों में से एक है, जो ज्ञान, शक्ति और आत्म-साक्षात्कार प्रदान करता है। इसका नियमित जाप मन को शांत करता है, एकाग्रता बढ़ाता है और नकारात्मक विचारों को दूर करता है।
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम् , भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात् ||
ॐ मंत्र: यह मंत्र ब्रह्मांड की मूल ध्वनि का प्रतिनिधित्व करता है। इसका जाप मन को शांत करता है, ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है और आंतरिक शांति प्रदान करता है।
शांति मंत्र: यह मंत्र शांति और समृद्धि लाने के लिए जाना जाता है। इसका जाप नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और सकारात्मकता को बढ़ावा देता है।
ॐ सहनाववतु। सह नौ भुनक्तु। सह वीर्यं करवाव है। तेजस्वि नावधीतमस्तु मा विद्विषाव है। ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः।।
महा मृत्युंजय मंत्र: यह मंत्र मृत्यु पर विजय प्राप्त करने का प्रतीक है। इसका जाप डर और चिंता को दूर करता है और जीवन में साहस और आत्मविश्वास प्रदान करता है।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे
सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।
उर्वारुकमिव बन्धनान्
मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॥
लक्ष्मी मंत्र: यह मंत्र देवी लक्ष्मी, धन और समृद्धि की देवी को समर्पित है। इसका जाप भौतिक और आध्यात्मिक दोनों तरह की समृद्धि लाने में मदद करता है।
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं लक्ष्मीरागच्छा ।
गच्छ मम मन्दिरे तिष्ठ तिष्ठ स्वाहा ।।
मंत्रों का जाप कैसे करें
सबसे पहले, शांत और एकांत जगह ढूंढें।
आरामदायक मुद्रा में बैठें और अपनी आँखें बंद करें।
मन को शांत करें और मंत्र पर ध्यान केंद्रित करें।
मंत्र का उच्चारण धीरे-धीरे और स्पष्ट रूप से करें।
मन में मंत्र के अर्थ पर विचार करें।
मंत्र का जाप कम से कम 10-15 मिनट तक करें।
इन बातों का रखें ध्यान
आप अपनी पसंद के अनुसार किसी भी मंत्र का जाप कर सकते हैं।
मंत्रों का जाप करते समय धैर्य रखें और निरंतर अभ्यास करें।
यदि आपको मंत्रों का उच्चारण करने में कठिनाई हो रही है, तो आप किसी अनुभवी व्यक्ति से मार्गदर्शन ले सकते हैं।