चाणक्य नीति : भूलकर भी इन 3 लोगों की जीवन में न करें मदद, बढ़ेगी आपकी मुश्किलें
दूसरों की मदद करना अच्छी आदत है. बचपन में माता पिता हम सबको ऐसे संस्कार देते हैं कि हम दूसरों के दुख को भी महसूस कर सकें और अपनी ओर से हर संभव मदद कर सकें.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दूसरों की मदद करना अच्छी आदत है. बचपन में माता पिता हम सबको ऐसे संस्कार देते हैं कि हम दूसरों के दुख को भी महसूस कर सकें और अपनी ओर से हर संभव मदद कर सकें. लेकिन आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) का मानना था कि मदद भी उसी की करनी चाहिए, जो उस मदद के महत्व को समझ सके और स्वयं को सुधार सके. अगर आप गलत शख्स की मदद करेंगे, तो वो आपकी मदद के बहाने आपका उपयोग करेगा. जब आपको इस बात का अहसास होगा तो दुख और पछतावे के अलावा आपके पास कुछ नहीं बचेगा. इसलिए मदद भी हमेशा उस व्यक्ति की करें, जो वास्तव में इसके लायक हो. आचार्य चाणक्य ने ऐसे तीन लोगों का जिक्र किया है, जिनकी मदद करने के बाद व्यक्ति को बहुत पछताना पड़ता है.
इन तीन लोगों की मदद से पहले अच्छी तरह विचार कर लें
1. दुष्ट स्वभाव की स्त्री
एक दुष्ट स्वभाव की स्त्री आपको चाहे कितनी भी परेशानी में दिखे, उसकी मदद करने से पहले एक बार विचार जरूर कर लें. ऐसी स्त्री अपनी दुष्टता को कभी नहीं छोड़ती. वो मदद के नाम पर सिर्फ आपका उपयोग करेगी और किसी भी परिस्थिति में आपका साथ तब तक ही देगी, जब तक आप उसके काम के हैं. यदि सज्जन पुरुष ऐसी स्त्री का साथ देता है, तो वो अपने लिए खुद ही मुसीबत को आमंत्रण देता है, साथ ही इससे समाज में उसे अपयश की प्राप्ति होती है.
2. अकारण दुखी रहने वाले
कुछ लोगों के जीवन में चाहे सब कुछ ठीक भी चल रहा हो, लेकिन उन्हें रोने की आदत होती है. ऐसे लोगों की मदद करके आप अपने समय को खराब करते हैं. अकारण दुखी रहने वाले लोगों से वास्तव में दूसरों की खुशी बर्दाश्त नहीं करते, वे स्वयं तो कोई खास प्रयत्न नहीं करते हैं और दूसरों की उपलब्धि से ईर्ष्या करते हैं. ऐसे लोगों की मदद करने से बचना चाहिए.
3. मूर्ख व्यक्ति
मूर्ख व्यक्ति को आप चाहे कितना ही समझा लें, वो हमेशा स्वयं को ही श्रेष्ठ समझता है. अगर आप उसकी मदद करने के बारे में सोचते हैं तो आप सिर्फ अपने समय को बर्बाद करते हैं. ऐसा व्यक्ति आपकी सही बात में भी कमी ढूंढता है और तर्क वितर्क में जुट जाता है. इससे व्यर्थ में आपके लिए परेशानी बढ़ती है. ऐसे लोगों से दूर ही रहने में भलाई है.