नई दिल्ली : गंगा नदी भारत की सबसे पवित्र नदियों में से एक मानी जाती है, जो शिव जी की जटा में विराजमान हैं। उनकी पूजा के लिए गंगा सप्तमी का पर्व विशेष माना गया है। मां गंगा की उत्पत्ति वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को हुई थी, इसलिए हर साल इस दिन को गंगा सप्तमी के रूप में मनाया जाता है। स्कंद पुराण के अनुसार, इसी दिन ब्रह्मा जी के कमंडल से मां गंगा का जन्म हुआ था। इस साल गंगा सप्तमी 14 मई, 2024 को मनाई जाएगी।
गंगा सप्तमी पर घर लाएं यह चीज
ऐसा कहा जाता है कि गंगा सप्तमी के दिन घर में गंगाजल जरूर लाना चाहिए। जो लोग ऐसा करते हैं उनके घर से ग्रह और वास्तु दोष समाप्त होता है। इसके साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसके अलावा यह घर का वातावरण शुद्ध करता है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि गंगाजल पूजा कक्ष में ही स्थापित किया जाए।
इस दिन मनाई जाएगी गंगा सप्तमी
वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली सप्तमी तिथि की शुरुआत 13 मई, 2024 शाम 5 बजकर 20 मिनट पर होगी। वहीं, अगले दिन यानी 14 मई, 2024 शाम 6 बजकर 49 मिनट पर इस तिथि का समापन होगा। पंचांग को देखते हुए गंगा सप्तमी का पर्व 14 मई, 2024 को मनाया जाएगा।
गंगा सप्तमी का पूजन मंत्र
ॐ नमो गंगायै विश्वरुपिणी नारायणी नमो नम:
गंगा गंगेति यो ब्रूयात, योजनानाम् शतैरपि। मुच्यते सर्वपापेभ्यो, विष्णुलोके स गच्छति