Pitra Paksha ज्योतिष न्यूज़ : सनातन धर्म में साल के 15 दिन पूर्वजों को समर्पित होता है जिसे पितृपक्ष के नाम से जाना जाता है इस दौरान लोग अपने पितरों को याद करते हैं और उनका श्राद्ध, तर्पण व पिंडदान करते हैं मान्यता है कि ऐसा करने से पूर्वज प्रसन्न होकर कृपा करते हैं और वंशजों को सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं।
इस साल पितृपक्ष की शुरुआत 17 सितंबर दिन मंगलवार से होने जा रही है और इसका समापन 2 अक्टूबर को हो जाएगा। इस दौरान कुछ कार्यों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए। वरना पितर नाराज़ हो सकते हैं और पितृदोष लगता है तो आज हम आपको बता रहे हैं कि पितृपक्ष के दिनों में किन कार्यों को करने से बचना चाहिए।
पितृपक्ष में नहीं करना चाहिए ये काम—
पितृपक्ष के दौरान मांस, मदिरा लहसुन प्याज का सेवन करने से बचना चाहिए। माना जाता है कि इन चीजों का सेवन करने से पितरों को कष्ट होता है और क्रोध भी आ सकता है जिसके कारण व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। पितृपक्ष के दिनों में लाल रंग के वस्त्रों को धारण करने से बचना चाहिए। वरना दुखों का सामना करना पड़ता है।
इसके अलावा पितृपक्ष में झूठ बोलने से बचना चाहिए। इसके अलावा सत्य बोलना ही पितरों को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा तरीका है। इस दौरान क्रोध और हिंसा भी नहीं करनी चाहिए बल्कि प्रेम से पेश आना चाहिए। पितृपक्ष के दिनों में किसी भी तरह के अनैतिक कार्य से बचना चाहिए यह पितरों का अपमान माना जाता है ऐसा करने से पूर्वज क्रोधित हो सकते हैं।