कुंडली में नवग्रहों को शांत कर किस्मत को चमका देगी अष्टधातु

ज्योतिष शास्त्र में हर एक रत्न के साथ-साथ धातुओं का भी काफी अधिक महत्व है। सोना,चांदी, कांसा, लोहा से लेकर अष्टधातु का भी काफी महत्व माना जाता है। हिंदू धर्म में अष्टधातु को काफी अच्छा माना जाता है क्योंकि यह पूरी आठ तरह की धातु से मिलकर बना होता है। आमतौर पर हिंदू और जैन धर्म में अष्टधातु से मूर्तियों का निर्माण किया जाता है। क्योंकि यह काफी पवित्र और शुभ माना जाता है। वहीं ज्योतिष शास्त्र की बात करें

Update: 2022-09-22 05:54 GMT

 ज्योतिष शास्त्र में हर एक रत्न के साथ-साथ धातुओं का भी काफी अधिक महत्व है। सोना,चांदी, कांसा, लोहा से लेकर अष्टधातु का भी काफी महत्व माना जाता है। हिंदू धर्म में अष्टधातु को काफी अच्छा माना जाता है क्योंकि यह पूरी आठ तरह की धातु से मिलकर बना होता है। आमतौर पर हिंदू और जैन धर्म में अष्टधातु से मूर्तियों का निर्माण किया जाता है। क्योंकि यह काफी पवित्र और शुभ माना जाता है। वहीं ज्योतिष शास्त्र की बात करें, तो अष्टधातु का इस्तेमाल करके व्यक्ति राहु की दशा को काफी हद तक कम करने के साथ किस्मत को भी चमका सकता है। अष्टधातु से बनी अंगूठी या फिर कड़ा पहनने से काफी लाभ मिलता है।

बता दें कि अष्टधातु आठ तरह की धातुओं से मिलकर बनती हैं जो सोना, चांदी, तांबा, सीसा, जस्ता, टिन, लोहा और पारा होता है। जानिए किन लोगों को अष्टधातु धारण करने से लाभ मिलेगा।

इन लोगों को पहनना चाहिए अष्टधातु

अगर किसी जातक की कुंडली में राहु की स्थिति काफी खराब है, तो वह उसे जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में राहु के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए अष्टधातु से बना हुआ कड़ा पहनना चाहिए। इससे काफी हद तक लाभ मिलेगा।

मानसिक और शारीरिक तनाव को कम करने के लिए अष्टधातु से बनी हुई अंगूठी या फिर कड़ा धारण कर लें। इससे व्यक्ति को हर तरह की परेशानी से निजात मिलेगी।

कुंडली में मौजूद ग्रहों के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए एक बार ज्योतिषी से सलाह लेकर अष्टधातु धारण करना लाभकारी होगा।

अगर किसी जातक को किसी भी तरह के निर्णय लेने में काफी समस्या होती है, तो वह अष्टधातु धारण कर सकता है।

लंबे समय से नौकरी में समस्या चल रही है या फिर प्रमोशन नहीं हो रहा है, तो अष्टधातु से बनी अंगूठी या फिर कड़ा धारण करना लाभकारी होगा।

अगर आपकी किस्मत लगातार आपके रूठी हुई है, तो अष्टधातु से बना कड़ा या अंगूठी पहन लें। इससे लाभ मिलेगा।


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