आचार्य चाणक्य ने बताए घर में आने वाले आर्थिक संकट के संकेत के बारे में

आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार थोड़े कठोर लगे मगर ये कठोरता ही जीवन की सच्चाई है।

Update: 2022-07-25 18:30 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आपको भले ही आचार्य चाणक्य की नीतियां और विचार थोड़े कठोर लगे मगर ये कठोरता ही जीवन की सच्चाई है। भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग इन विचारों को नजरअंदाज ही क्यों न कर दें लेकिन ये वचन जीवन की हर कसौटी पर आपकी मदद करेंगे। आचार्य चाणक्य के इन्हीं विचारों में से आज हम एक और विचार का विश्लेषण करेंगे। आज के विचार में आचार्य चाणक्य ने घर में आने वाले आर्थिक संकट के संकेत के बारे में बताए है।

तुलसी के पौधे का सूख जाना, घर में क्लेश होना, शीशे का बार-बार टूटना, पूजा पाठ ना करना और बड़े बुजुर्गों का तिरस्कार करना घर में आने वाले आर्थिक संकट के 5 संकेत हैं।' आचार्य चाणक्य
चाणक्य जी के इस कथन के अनुसार अगर किसी घर में ये संकेत दिखे तो इसका मतलब है कि उस घर में आर्थिक संकट आने वाला है। ये संकेत हैं- तुलसी के पौधे का सूख जाना, घर में क्लेश होना, शीशे का बार बार टूटना, पूजा पाठ ना करना और बड़े बुजुर्गों का तिरस्कार करना। आइए जातने हैं इन सभी संकेतों के बारे में।
तुलसी के पौधे का सूख जाना
आमतौर पर सभी लोग अपने घरों में तुलसी का पौधा लगाते हैं। हिंदू धर्म में इस पौधे की पूजा अर्चना की जाती है साथ ही इसे बहुत शुभ भी माना जाता है। ऐसे में आचार्य का कहना है कि यदि आपके घर में तुलसी का पौधा अचानक सूख रहा है तो ये आने वाले आर्थिक संकट का संकेत है। इसलिए इस पर आपको ध्यान जरूर रखना चाहिए।
घर में क्लेश होना
अक्सर आपने लोगों से ये कहावत जरूर सुना होगा कि जब एक साथ कई बर्तन होते हैं तो उनमें आवाज जरूर होती है। दरअसल, इस कथन का यह तात्पर्य है कि यदि आपके घर में कई लोग हैं तो उनके बीच विचारों का मतभेद हो सकता है। लेकिन अगर उन लोगों के बीच मन-भेद हो गया तो उस घर में हमेशा झगड़ा होता रहेगा। ऐसे में अगर किसी घर में हमेशा क्लेश होता है तो ये भी आने वाले आर्थिक संकट का संकेत है।
शीशे का बार-बार टूटना
आचार्य चाणक्य के अनुसार यदि आपके घर में बार-बार कांच टूट रहा है तो ये भी आर्थिक संकट का संकेत है। ये धन हानि को दर्शाता है। साथ ही घर में आने वाली दरिद्रता का भी ये संकेत होता है।
घर में पूजा पाठ न होना
आचार्य चाणक्य जी कहना है कि जिस घर में पूजा पाठ नहीं होता है उस घर में सुख और समृद्धि का वास नहीं होता है। यहां तक की लोगों के बीच में प्यार कम हो जाता है और मतभेद ज्यादा बढ़ जाता है। ये भी आने वाले आर्थिक संकट का एक संकेत है।
बड़े-बुजुर्गों का तिरस्कार करना
हम सभी को बड़े बुजुर्गों का हमेशा सम्मान करना चाहिए। यदि आप ऐसा नहीं करेंगे तो उनके दिल को चोट पहुंचेगी। बड़े बुजुर्गों के साथ इस तरह व्यवहार करने वाले लोग जीवन में कभी भी खुश नहीं रहता है। ये भी आर्थिक संकट का एक संकेत है।


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