Parwanoo. परवाणू. औद्योगिक नगर परवाणू में हिमुडा विभाग द्वारा दिए गए नोटिस की समय सीमा खत्म होने के बाद परवाणू में सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों पर कार्रवाई शुरू कर दी। मंगलवार को सुबह हिमुडा और नगर परिषद के अधिकारी पुलिस बल के साथ पहुंचे तथा जेसीबी लगाकर रेहड़ी-फड़ी और खोखे हटाने जुट गए। इसी बीच रेहड़ी-फड़ी और खोखा धारक भी मौके पर पहुंच गए तथा कार्रवाई का विरोध करने लगे। इस दौरान अधिकारियों के साथ रेहड़ी-फड़ी और खोखा धारकों की बहस भी हुई। इन्होंने हिमुडा से एक महीने का अतिरिक्त समय मांग रहे है, हालांकि हिमुडा के अधिकारियों ने बताया कि विभाग ज्यादा से ज्यादा एक दो दिन समय दें सकता है। हिमुडा ने अवैध कब्जाधारियों को 24 जून तक जमीन खाली करने का नोटिस दिया था।
मंगलवार को नोटिस की समय अवधि खत्म होने के बाद हिमुडा ने खोखे हटाने की मुहिम शुरू कर दी। वही रेहड़ी-फड़ी यूनियन के अध्यक्ष दिशू शर्मा ने कहा कि नगर परिषद परवाणू ने कोरोना काल में खोखा धारकों की लिस्ट बनाई थी। उस दौरान कई खोखा धारक कारोबार करने नहीं आ रहे थे। इसके चलते कई खोखा धारक लिस्ट में एंटर नहीं हो पाए थे। इस लिस्ट को रिफ्रेश करने की जरूरत है, ऐसे में खोखा धारकों को एक महीने का समय देना चाहिए। हिमुडा के एक्सइएन गिरीश शर्मा ने कहा कि अवैध कब्जाधारियों को पहले भी कई बार समय दिया जा चुका है। इस बार भी समय रहते उन्हें नोटिस दिया गया था। अब अवैध कब्जाधारियों को अतिरिक्त समय नहीं दिया जाएगा, हालांकि उन्होंने कहा कि उन्हें एक या दो दिन का समय दिया जा सकता है, लेकिन इस बार हिमुडा की जमीन पर कब्जा करके बैठे खोखा धारकों से हर हाल में जमीन खाली करवाई जाएगी।