दिल्ली। बीजू जनता दल (बीजेडी) की नेता ममता मोहंता Mamta Mohanta ने राज्यसभा और पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. इसी बीच उनके bjp भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं. राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ Jagdeep Dhankhar को लिखे पत्र में ममता मोहंता ने कहा कि उन्होंने यह फैसला सोच-समझकर लिया है, धनखड़ ने मोहंता का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है.
धनखड़ ने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से मुझे पत्र सौंपकर अपनी सीट से इस्तीफा दे दिया है. मैं इसे संवैधानिक रूप से उचित मानता हूं. मैंने ओडिशा राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाली सदस्य ममता मोहंता का इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया है. वहीं, बीजेडी अध्यक्ष नवीन पटनायक को लिखे अपने इस्तीफे में मोहंता ने कहा कि उन्हें लगता है कि पार्टी में उनकी और उनके समुदाय की सेवा की कोई आवश्यकता नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं मयूरभंज के लोगों की सेवा करने और ओडिशा के मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उठाने का अवसर देने के लिए आपका तहे दिल से आभार व्यक्त करती हूं.
मोहंता ने कहा कि वह बीजेडी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हैं, इससे पहले दिन में राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि उन्हें सांसद के रूप में मोहंता के इस्तीफे का पत्र मिला है. मोहंता के इस्तीफे के साथ ही राज्यसभा में बीजेडी के सदस्यों की संख्या घटकर 8 रह गई है, जबकि लोकसभा में बीजेडी का कोई सांसद नहीं है, बीजेपी के सूत्रों ने बताया कि वह भाजपा में शामिल हो सकती हैं और विधानसभा में पार्टी की बढ़ी हुई ताकत की मदद से खाली हुई सीट पर फिर से निर्वाचित हो सकती हैं.
भाजपा का नाम लिए बिना राज्य विधानसभा में विपक्ष की मुख्य सचेतक प्रमिला मलिक ने कहा कि मोहंता का इस्तीफा एक राष्ट्रीय पार्टी द्वारा रची गई साजिश का हिस्सा है. एक राष्ट्रीय पार्टी ने राज्यसभा में अपनी ताकत बढ़ाने के लिए साजिश रची. ममता मोहंता को मयूरभंज और मोहंता समुदाय को प्रतिनिधित्व देने के लिए नवीन पटनायक ने राज्यसभा भेजा था, उन्होंने अपने समुदाय, राज्य और मयूरभंज के लोगों के साथ विश्वासघात किया है. उन्होंने पार्टी में दरकिनार किए जाने के मोहंता के आरोपों को खारिज कर दिया. प्रमिला मलिक ने कहा कि मोहंता को याद रखना चाहिए कि उन्होंने चुनावों के दौरान क्या किया था. बता दें कि वर्तमान में विधानसभा में भाजपा के 78 सदस्य हैं, जबकि विपक्षी बीजेडी के पास 51 सीटें हैं, कांग्रेस के पास 14 सीटें हैं, तीन निर्दलीय और एक माकपा के पास है. राज्य में 10 राज्यसभा सीटें हैं, जिनमें से 8 बीजेडी के पास हैं, जबकि एक भाजपा के पास हैं.