भारतीय खेलों के लिए आज (11 अक्टूबर) का दिन बेहद खास है. खासकर फुटबॉल के लिए तो सुनहरा दिन है. आज ही के दिन भारत की मेजबानी में अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्ड कप का आगाज हो रहा है. इससे पहले 2017 में अंडर-17 पुरुष वर्ल्ड कप खेला गया था. इस बार महिलाओं में यह मेजबानी मिली है.
भारतीय महिला फुटबॉल टीम के लिए अपनी अलग पहचान बनाने और खेल जगत में अपनी छाप छोड़ने का सुनहरा मौका है. इस टूर्नामेंट में कह सकते हैं कि भारतीय टीम बेहद कमजोर कड़ी मानी जा रही है. पहली बार भारतीय लड़कियां इस टूर्नामेंट में दिग्गज टीमों से टकराएंगी. अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्डकप का आगाज आज (11 अक्टूबर) को हुआ है. एक दिन में 4 मैच खेले जाएंगे. फाइनल मुकाबला 30 अक्टूबर को खेला जाएगा. यानी यह टूर्नामेंट पूरे 20 दिन तक चलेगा.
अंडर-17 महिला फुटबॉल वर्ल्डकप भारत की मेजबानी में खेला जा रहा है. तीन शहरों नवी मुंबई में 10 मैच, गोवा में 16 मुकाबले और भुवनेश्वर में 6 मैच होंगे. फाइनल मुकाबला नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में ही होगा. जबकि दोनों सेमीफाइनल गोवा के पंडित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में होंगे.
16 टीमों को 4 ग्रुप में बांटा गया है. ग्रुप-ए में भारत, अमेरिका, मोरक्को और ब्राजील की टीम हैं. जबकि ग्रुप-बी में जर्मनी, नाइजीरिया, चिली और न्यूजीलैंड हैं. ग्रुप-सी में स्पेन, कोलंबिया मैक्सिको और चीन हैं. जबकि आखिरी ग्रुप-सी में जापान, तंजानिया, कनाडा और फ्रांस की टीमें हैं.