चर्चा में है आईपीएस अफसर का पोस्ट, लिखा- मैंने सबसे पहले डंडा धारी पहलवान की ड्यूटी खत्म की और बंदरों के साथ सहज होना शुरू हुआ, अब...
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बंदरों का आतंक है. कुछ दिनों पहले ही बरेली में बंदरों ने मासूम को पिता की गोद से छीनकर नीचे फेंक दिया था. वहीं, बदायूं में बंदर से डरकर एक महिला छत से नीचे गिर गई थी. इसी बीच यूपी के चर्चित आईपीएस ऑफिसर नवनीत सिकेरा ने बंदरों को काबू करने की अनोखी ट्रिक बताई जो देखते ही देखते वायरल हो गई.
उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट के साथ दो फोटो शेयर किए हैं, जिनमें वह बंदरों को शर्बत पिलाते दिखे. उन्होंने फोटो शेयर करके उसके पीछे की कहानी को भी लिखा. दरअसल, इस पोस्ट के जरिए उन्होंने बताया है कि बंदर कभी बेवजह किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते. उनके साथ अच्छा व्यवहार करो तो वो भी आपके साथ अच्छा ही व्यवहार करेंगे.
आईपीएस अफसर नवनीत सिकेरा ने लिखा, ''पढ़ा था कि 93% कम्युनिकेशन नॉन वर्बल होता है, मतलब 93% बातें बिना कहे ही समझी जाती हैं.'' उन्होंने लिखा, ''यहां पीटीसी उन्नाव में बहुत सारे बंदर हैं. एक होमगार्ड की ड्यूटी डंडे के साथ सिर्फ बंदरों को भगाने के लिए लगाई जाती थी. मैंने पूछा क्यों, तो बताया गया बंदर बहुत बदमाश हैं. काट भी लेते हैं.''
पोस्ट में आगे लिखा, ''मैंने सबसे पहले डंडा धारी पहलवान की ड्यूटी खत्म की और बंदरों के साथ सहज होना शुरू हुआ. अब प्रतिदिन शाम को बंदरों का पूरा कुनबा आ जाता है. चैन से चने और केले खाता है और शांति से वापस चला जाता है. आज तक किसी बंदर ने कोई भी नुकसान नहीं किया. ना ही किसी को तकलीफ दी.''
आईपीएस ने लिखा, ''तस्वीरों में जो बंदर दिख रहा है वह इनका मुखिया है और सबसे तगड़ा है. अब वो मेरे पास सहज रूप से आकर बैठ जाता है और मैं समझ जाता हूं कि उसे क्या चाहिए. यहां मैं उसे शर्बत पिला रहा हूं और वह शांति से बैठकर पी रहा है.''
अंत में उन्होंने लोगों को संदेश देते हुए लिखा, ''साहब प्यार से, सम्मान से किसी को एप्रोच की जाए को आपको सफलता जरूर मिलेगी. याद रखिये सम्मान बातों में नहीं निगाह में होता है.''
आईपीएस नवनीत सिकेरा (Navniet Sekera) के इस पोस्ट को यूजर खूब पसंद कर रहे हैं. 3 सितंबर को उन्होंने यह पोस्ट शेयर किया है. उनके इस पोस्ट को अब तक 2.3 हजार से ज्यादा लोग लाइक कर चुके हैं. वहीं, कई लोगों ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया भी दी है. एक यूजर ने लिखा, ''इंसानियत ही पहला धर्म है इन्सान का.'' दूसरे यूजर ने लिखा, ''नेक कार्य सर. आप एक समझदार इंसान हैं. आप जानवर का दुख भी समझते हैं. लव यू.'' एक अन्य यूजर ने लिखा, ''वानर से अधिक समझदार और संवेदनशील कोई जानवर नहीं होता. प्रेम ही उनसे मेलजोल का आधार है.''