HIV संक्रमित व्यक्ति को दवा के साथ ही व्यायाम करना भी लाभदायक है: डॉ. प्रदीप कटारिया
Bhilwara भीलवाड़ा। विश्व एड्स दिवस पखवाड़े में संगोष्ठी एवं क्विज प्रतियोगिता का आयोजन एयू फाउंडेशन कार्यालय पांसल चौराहा पर किया गया। जहां युवा वर्ग को एड्स एवं टीबी जागरूकता का संदेश दिया गया। एचआईवी एड्स रोकथाम में युवा वर्ग का बहुत बड़ा योगदान है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. प्रदीप कटारिया ने बताया कि जिले में कार्यरत जिला एड्स नियंत्रण इकाई के माध्यम से जिले में एचआईवी जागरूकता के कार्यक्रम किया जा रहे हैं। प्रवासी व्यक्तियों की संख्या अधिक होने से यहां एचआईवी का प्रसार है जिसे जागरूकता के माध्यम से नियंत्रित किया जा सकता है। एचआईवी संक्रमित व्यक्ति को जीवन में समय-समय पर जांच व नियमित दवा का सेवन आवश्यक है साथ ही खान-पान में व्यायाम करना भी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है और टी.बी.लक्षणों के बारे में जानकारी देते हुए एचआईवी और क्षय रोग के भ्रांतियों के बारे में बताया।
जिला कार्यक्रम अधिकारी हरलाल मीणा ने बताया की महामारी को जड़़ से खत्म करने के लिए समुदायों की भागीदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है समुदाय उन सब को दर्शाता है जो हमने समुदायों के साथ मजबूत साझेदारी के महत्व के बारे में सीखा है। इसके साथ ही एचआईवी/एड्स संक्रमित व्यक्ति को समय-समय पर एआरटी से दवाइयों और सीडी-4 के बारे में जानकारी दी। आईपीईएस संस्था से मुस्कान लुधानी द्वारा पीपीटी के माध्यम से युवा वर्ग को जोखिम समुदाय के बारे में जागरूक कर एड्स बचाव के बारे में बताया। एयू फाउंडेशन से सेंटर मैनेजर उमा आमेरा ने बताया कि युवा वर्ग को कौशल कला के साथ-साथ स्वास्थ्य के बारे में जागरूक होना आवश्यक है इसके साथ ही युवा वर्ग को प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में पुरस्कृत किया गया। सामूहिक कार्यवाही एचआईवी प्रगति को बनाए रखती है और उसमें तेजी लाती है इस थीम पर एचआईवी/एड्स रोकथाम में नियंत्रण के लिए 1097 टोल फ्री नंबर पर भी जानकारी ली जा सकती है। एचआईवी संक्रमण से बचाव ही उपचार है। कार्यक्रम में कार्यरत संस्थान मैट्रिक्स सोसायटी से प्रहलाद पांडिया, आईपीईएस से रेखा सेन, अमित शर्मा, कोमल खटीक, करण कसारा और एयू फाउंडेशन से स्वतंत्र त्रिवेदी, कुलदीप, प्रियंका शर्मा, विजेंद्र, गोपाल ने भाग लिया।