चुनाव के वक्त पार्टी को मजबूत करना चाहिए था : अभिषेक मनु सिंघवी

Update: 2021-02-27 16:37 GMT

नई दिल्ली।  जम्मू में बगावत का झंडा बुलंद करने वाले G-23 ग्रुप के कांग्रेस नेताओं को अभिषेक मनु सिंघवी ने कांग्रेस परिवार का अभिन्न अंग बताया है। हालांकि उन्होंने चुनाव के वक्त नेताओं के इस तरह बगावती तेवर अपनाने को लेकर सवाल भी खड़े किए। एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार मनु सिंघवी ने कहा, 'गुलाम नबी आजाद के संसद में 7 टर्म गुजारने पर हमें गर्व है। सोनिया गांधी ने कभी उन्हें मुख्यमंत्री बनाया, कभी वो मंत्री रहे, कभी उन्हें महासचिव बनाया गया। जिन्होंने आजाद का इस्तेमाल होने की बात कही है, उन्हें शायद इतिहास पता नहीं है।'

सिघंवी ने बगावत की टाइमिंग को लेकर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी को लगता है कि ऐसे वक्त में जब 5 राज्यों में चुनाव हैं, इन नेताओं को पार्टी को मजबूत करना चाहिए था। उन्होंने आगे कहा कि सभी नेता सम्मानित हैं और वो उनका आदर करते हैं। G-23 से लेकर हार्दिक पटेल तक असंतोष पर वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी पिछले कुछ सालों से सत्ता से बाहर रही है, इसे कांग्रेस की कमजोरी कह सकते हैं। लेकिन जैसा कहा जा रहा है, वैसा कुछ नहीं है।

गौरतलब है कि शनिवार को जम्मू में कांग्रेस पार्टी के असंतुष्ट नेता एक कार्यक्रम में इकट्ठा हुए थे। इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कांग्रेस के कामकाज पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस उन्हें कमजोर होती दिख रही है। उन्होंने गुलाम नबी आजाद को दोबारा राज्यसभा के लिए नामित न किए जाने पर भी सवाल उठाए। इस कार्यक्रम में सोनिया-राहुल के पोस्टर नहीं थे। कार्यक्रम के मंच पर गांधी ग्लोबल लिखा था।

पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व में कपिल सिब्बल, राज बब्बर समेत कांग्रेस के कई नेता जम्मू के शांति सम्मेलन में पहुंचे थे, जिसे गांधी ग्लोबल फैमिली नामक एक एनजीओ ने आयोजित किया है। इस दौरान कांग्रेस के सभी नेता भगवा साफे में नजर आए।

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