New Delhi: सरकार ने एमएसपी में बढ़ोतरी करने पर विचार करने का ऐलान किया
"खुदरा बाजार में भी चीनी की कीमतों में वृद्धि हो सकती है"
नई दिल्ली: सरकार ने किसानों और चीनी संगठनों की मांग को ध्यान में रखते हुए एमएसपी में बढ़ोतरी करने पर विचार करने का ऐलान किया है। इन मांगों की वजह से जल्द ही मीठा खाना महंगा हो सकता है। चीनी का एमएसपी वर्ष 2019 के बाद से बना हुआ है और अभी 31 रुपये प्रति किलोग्राम है। इसमें कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है, जो कि खुदरा बाजार में भी इसके दामों में बढ़ोतरी का कारण बन रहा है। खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री ने इस मुद्दे पर कहा कि सरकार जल्द ही फैसला लेगी कि एमएसपी में क्या बढ़ोतरी की जाए।
भारतीय चीनी और जैव-ऊर्जा निर्माता संघ और राष्ट्रीय सहकारी चीनी कारखाना महासंघ ने भी एमएसपी को बढ़ाने की मांग की है। एमएसपी का बढ़ना चीनी उत्पादन की लागत को दर्शाएगा और चीनी मिलों को आर्थिक मदद पहुंचाएगा। अगर एमएसपी बढ़ेगा तो इससे खुदरा बाजार में भी चीनी की कीमतों में वृद्धि हो सकती है। चीनी की महंगाई से मिठाइयों सहित खाने-पीने की वस्तुओं के दाम बढ़ सकते हैं। अगर चीनी का एमएसपी बढ़ाया जाता है तो इससे मिलों को आर्थिक मदद मिलेगी और किसानों का गन्ना बकाया भुगतान भी जल्दी होगा। फंड की कमी की वजह से अक्सर चीनी मिलों के पास गन्ना किसानों का हजारों करोड़ रुपये बकाया रह जाता है। चीनी का एमएसपी बढ़ाने जाने का मतलब होगा कि इसे तय कीमत से कम दाम पर खरीदा नहीं जा सकेगा।
जब चीनी का एमएसपी ही करीब 11 रुपये बढ़ जाएगा तो निश्चित रूप से खुदरा बाजार में भी चीनी की कीमत बढ़ेगी और इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर होगा। चीनी महंगी होने से मिठाइयों सहित खाने-पीने की ज्यादातर चीजों के दाम बढ़ सकते हैं।