मेड इन इंडिया हेवी वेट टॉरपीडो की सफल टेस्टिंग, पानी के अंदर मौजूद टारगेट सीधे जाकर हिट किया

Update: 2023-06-07 09:58 GMT
भारतीय नौसेना ने मंगलवार को बड़ी उपलब्धि हासिल की। स्वदेशी रूप से विकसित हेवी वेट टॉरपीडो ने पानी के भीतर छिपे टारगेट को सफलतापूर्वक निशाना बनाया। भारतीय नौसेना ने बताया कि यह भारतीय नौसेना और डीआरडीओ की अंडरवाटर डोमेन में लक्ष्य पर आयुध की सटीक डिलीवरी के लिए एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर है। नौसेना की यह उपलब्धित कई मायनों में खास है। इससे समुद्र के अंदर से देशविरोधी गतिविधियों पर अंकुश लगेगा।
नौसेना द्वारा साझा की गई आठ सेकंड की एक क्लिप में दिखाया गया है कि समुद्र की सतह पर तैरती हुई एक लंबी बहुरंगी वस्तु दिखाई दे रही है। टारपीडो के टकराते ही वस्तु में अचानक विस्फोट हो गया। इससे पहले, नौसेना ने एमएच-60 रोमियो मल्टी-रोल हेलिकाप्टर को भारत के स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत के डेक पर उतारा था।
इंडियन नेवी के पास है वरुणास्त्र टॉरपीडो
इंडियन नेवी के पास पहले से ही एक हैवी वेट टॉरपीडो वरुणास्त्र है। जिसकी 2022 में टेस्टिंग की गई थी। इसे डीआरडीओ ने तैयार किया है। वरुणास्त्र दुनिया का इकलौता टॉरपीडो है, जो जीपीएस बेस्ड है। इसका वजन 1500 किलो है और यह सात-आठ मीटर लंबा है। वरुणास्त्र 400 मीटर गहराई में जाकर टॉरगेट हिट कर सकता है। इसकी अधिकतम गति 74 किलोमीटर प्रति घंटा है। टॉरपीडो को शिप और सबमरीन दोनों से लांच किया जा सकता है।
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