Kotli में एनएच के निर्माण में लापरवाही के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन

Update: 2024-07-27 11:10 GMT
Kotli. कोटली। निर्माणाधीन अटारी मनाली लेह हाई- वे के हिस्से कोटली धर्मपुर में निर्माण कार्य में लगी सूर्या कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ एक बार फिर से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। शुक्रवार को सैकड़ों महिलाओं ने पन्ना लाल रक्षा मेमारियल ट्रस्ट के बैनर तले महिला मंडलों ने कोटली में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। महिलाओं ने जहां सूर्या कंपनी और एनएच प्राधिकरण के खिलाफ रोष निकाला। वहीं स्थानीय प्र्रशासन के खिलाफ भी गुब्बार निकाला। विरोध रैली निकालने के बाद ट्रस्ट के चेयरमैन राजेश कपूर के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने एसडीएम कोटली को एक ज्ञापन भी सौंपा। इस अवसर पर राजेश कपूर व महिला मंडलों की प्रतिनिधियों ने कहा कि कोटली उपमंडल के तहत चल रहे एनएच के निर्माण कार्य में कंपनी की लापरवाही से हजारों लोग परेशान हैं। एनएच ठेकदार कंपनी के आगे प्रशासन भी बेबस नजर आ रहा है। पिछले दिनों कोटली से एक किलोमीटर आगे ठेकेदार ने सडक़ में गड्ढा खोद कर रोड़ को असुरक्षित कर दिया। जिस वजह से रोड़ को प्रशासन ने 20 दिन के लिए आम गाडिय़ों और बसों के लिए बंद कर दिया और जनता पैदल चलने को मजबूर होती रही। जबकि ठेकेदार कंपनी अपनी लोडेड गाडिय़ां और ट्राले उसी बंद सडक़ पर चलाती रही। फिर जब
लोगों ने विरोध किया तब जाकर की छोटी गाडिय़ां को जाने दिया गया।
जब 20 दिन बाद भी ठेकेदार कंपनी अपना कार्य आधा भी नहीं कर सका है। जबकि अब सडक़ सभी गाडिय़ों के खोल दी गई। इसके आगे विभिन्न जगहों पर रास्ता बंद पड़ा हुआ है। जिससे धर्मपुर का संपर्क कोटली से कटा हुआ और हजारों लोग इस कारण परेशान हैं। लोगों के घरों, खेतों और गोशालाओं को कंपनी के वजह से काफी नुकसान पहुंचा है, लेकिन एनएच प्राधिकरण और प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है। राजेश कपूर ने कहा कि लोगों की समस्याओं को लेकर एसडीएम को मांग पत्र सौंपा है। अगर ये सारी समस्याएं जल्द ठीक नहीं हुई तो मजबूरन इन्हे आंदोलन पर उतरना पड़ेगा। वही उन्होंने कोटली की पुलिस प्रशासन को भी आगाह किया कि एनएच कंपनी के वाहन बिना नंबर प्लेट के और बिना इंश्योरेंस के घूम रहे हैं, जो किसी भी वक्त हादसा कर सकते हैं, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। राजेश कपूर ने बिना नाम लिए कोटली के विधायक अनिल शर्मा पर भी हमला किया और कहा की हम लोगों ने वोट देकर बहुत बड़ी गलती की है। कोटली का कोई भी नेता आजतक नशे के विरुद्ध कुछ नहीं कर पाया है। कोटली की किसी भी पंचायत में न तो बच्चों के लिए पढऩे के लिए लाइब्रेरी की सुविधा है और न ही खेलने के लिए ग्राउंड है। कोटली के अस्पताल में पिछले 40 सालों में एक स्पेशलिस्ट तक की सुविधा नहीं है। महिलाओं माताओं को अपनी समस्या के लिए मंडी अस्पताल के लिए चक्कर काटने पड़ते हैं। इतने वर्षो से यहां के नेता सोए हुए हैं।
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