Kabirdham. कबीरधाम। कबीरधाम जिले में 13 लाख की इनामी महिला नक्सली रनीता उर्फ हिड़मे कवासी ने शुक्रवार को आत्मसमर्पण किया है। कलेक्टर जनमेजय मोहबे और कबीरधाम एसपी अभिषेक पल्लव के सामने समर्पण के बाद पुलिस ने तत्कालीन सहायता के रूप में रनीता उर्फ हिड़मे कवासी को 25 हजार रुपए का चेक दिया। आत्मसमर्पण करने वाली महिला नक्सली रनीता उर्फ हिड़मे कवासी सुकमा जिला की रहने वाली है। 2016 से गोंदिया - राजनांदगांव - बालाघाट जीआरबी डिविजन अंतर्गत टांडा/ मलाजखंड एरिया कमेटी की सदस्य थी। पिछले 8 सालों से माओवादी संगठन में सक्रिय सदस्य के रुप में काम कर रही थी।
2020 में महाराष्ट्र के तांडा में हुए बड़े पुलिस-नक्सली मुठभेड़ समेत मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के बड़े मुठभेड़ में शामिल रही हैं। इसके लिए उस पर मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में कुल 19 अपराध दर्ज हैं। इस आठ साल में वह सैकड़ों मुठभेड़ में शामिल हुई, जिसमें कई बड़े मुठभेड़ भी शामिल हैं। रनीता उर्फ हिड़मे कवासी पर 13 लाख का इनाम घोषित था। मध्यप्रदेश सरकार ने 3 लाख , महाराष्ट्र सरकार ने 5 लाख और छत्तीसगढ़ सरकार ने 5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। महिला नक्सली रनीता छत्तीसगढ़ सरकार के पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर हथियार डाल दी।
रनिता ने बताया कि उसकी उम्र 13-14 साल थी तब नक्सली ने उसे किडनैप कर अपने साथ ले गए। धीरे-धीरे उसने नक्सली विचारधारा से जुड़ गई। संगठन में रहते हुए उसे एक नक्सली प्रेम से प्यार हुआ और उसने शादी कर ली। उसका पति प्रेम अब भी नक्सली संगठन में सक्रिय हैं, लेकिन उसे वापस लाने का प्रयास करेगी। एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार की आत्मसमर्पित नीति और कबीरधाम पुलिस की अपील के चलते महिला नक्सली रनीता उर्फ हिड़मे कवासी ने कबीरधाम पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया हैं। आत्मसमर्पण नक्सलियों को प्रदेश और केंद्र सरकार द्वारा मिलने वाली योजना और सहायक का लाभ मिलेगा।