छत्तीसगढ़

खदान में भरा पानी, कई अधिकारी बहाव में फंसे

Shantanu Roy
27 July 2024 2:07 PM GMT
खदान में भरा पानी, कई अधिकारी बहाव में फंसे
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छग
Korba. कोरबा। एसईसीएल के कुसमुंडा खदान के गोदावरी ब्लाक में एक अधिकारी के बह जाने की जानकारी सामने आई है। शुरूआती जानकारी के मुअतबिक बीते 3 घंटे की तेज बारिश के बाद खदान में जलभराव हो गया। इस दौरान खदान का निरीक्षण करने के लिए 2 अधिकारी रवाना हुए लेकिन तेज बहाव में बह गए. इस दौरान एक अधिकारी ने किसी तरह तैर कर अपनी जान बचा ली, जबकि दूसरा अधिकारी बह गया। घटना के बाद मौके पर हड़कंप मच गया और अन्य कर्मचारियों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी। मौके पर बिलासपुर से एचडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है जो अधिकारी को ढूंढने घटना स्थल की ओर रवाना हुई है।

तीन साल पहले मिली थी इनको मंजूरी
एसईसीएल कुसमुंडा विस्तार परियोजना से प्रभावित महिला भू-विस्थापितों को प्रबंधन नौकरी देगा। इसमें विवाहित महिला भू-विस्थापित भी शामिल हैं। बीते कई वर्षों से एसईसीएल में नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे इन प्रभावितों के लिए यह बड़ी राहत की बात है। एसईसीएल प्रबंधन ने कुसमुंडा खदान से प्रभावित महिला भू-विस्थापितों को नौकरी देने के संबंध में स्वीकृति आदेश जारी कर दिया है। इसमें मध्य प्रदेश पुनर्वास व आरएनआर पॉलिसी के तहत सहमति दी गई है।

विवाहित महिला भू-विस्थापितों को नौकरी के मामले में प्रबंधन ने इस को स्वीकृति के लिए उच्च स्तर पर भेजा था। जहां से अनुमति मिलने के बाद एसईसीएल ने नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू की है। कंपनी में इसे इस तरह का पहला मामला बताया जा रहा है। एसईसीएल प्रबंधन के एक अधिकारी ने बताया कि कंपनी ने नौकरी के लिए स्वीकृति दे दी है। मेडिकल व अन्य औपचारिकताएं पूरी होने के बाद नियुक्ति दी जाएगी। प्रबंधन ने जिनकी नियुक्ति के लिए सहमति जताई है। उसमें एसईसीएल कुसमुंडा विस्तार परियोजना से प्रभावित बरकुटा गांव की महिला भू-विस्थापित निरूपा बाई, अनिता कंवर, नीलिमा, इंदू बाई और विभूति भावना शामिल है। इसमें तीन महिला भू-विस्थापित विवाहित हैं।
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