उद्धव ठाकरे की नीतियों से थक चुके थे शिवसैनिक : केंद्रीय मंत्री अमित शाह
मुंबई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को शिवसेना (UBT) नेता उद्धव ठाकरे पर 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP)से हाथ मिलाकर बीजेपी को धोखा देने का आरोप लगाया है. मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में बीजेपी के संपर्क अभियान के तहत नांदेड़ में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि भाजपा ने पिछले साल ठाकरे के नेतृत्व वाली एमवीए सरकार को नहीं गिराया, बल्कि कुछ ऐसे शिवसैनिक थे जो उद्धव ठाकरे की नीतियों से थक चुके थे और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के साथ जाने को तैयार नहीं थे.
अमित शाह ने कहा कि मैंने उद्धव ठाकरे से बात की थी कि अगर चुनाव में एनडीए गठबंधन जीतता है तो देंवेंद्र फडणवीस सीएम होंगे. इस पर उद्धव राजी भी हो गए थे. लेकिन 2019 के विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद उद्धव ने ये वादा तोड़ दिया था. उन्होंन कहा कि ठाकरे एनसीपी की गोद में जाकर बैठ गए. अमित शाह ने कहा कि धोखाधड़ी और विश्वासघात का काम उद्धव ठाकरे ने किया था. चुनाव मोदी जी और देवेंद्र जी के नाम पर लड़ा गया और वह मुख्यमंत्री बनने के लिए कांग्रेस की गोद में बैठ गए.
शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को अपना धनुष और तीर वापस मिल गया है और यह तय हो गया है कि असली शिवसेना कौन है. उन्होंने ठाकरे को चुनौती दी कि वह तीन तलाक की प्रथा को समाप्त करने, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, समान नागरिक संहिता और मुसलमानों के लिए आरक्षण पर सहमत हैं या नहीं, इस पर अपना रुख स्पष्ट करें. शाह ने सावरकर पर कांग्रेस के रुख को लेकर भी ठाकरे पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और राकांपा के साथ रहते हुए ठाकरे औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर, उस्मानाबाद का नाम धाराशिव और अहमदनगर करने का समर्थन नहीं कर सकते. शाह ने ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि आप 2 नावों में अपने पैर नहीं रख सकते. राज्य के लोगों के सामने आपका पर्दाफाश हो जाएगा.