पांच राज्यों का चुनावी संग्राम आज भी जारी है. बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस नेता राहुल गांधी असम के दौरे पर हैं. वहीं, बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में चुनावी कैंपेन को आगे बढ़ाएंगे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को असम के कामाख्या देवी मंदिर में पूजा की. राहुल गांधी के दो दिवसीय असम दौरे का आज अंतिम दिन है. बीते दिन खराब मौसम के कारण वो रैली नहीं कर पाए थे, लेकिन उन्होंने वीडियो संदेश जारी किया था.
राहुल गांधी मंगलवार को असम में प्रचार करने वाले थे लेकिन मौसम खराब होने की वजह से प्रचार करने के लिए नहीं पहुंच पाए. राहुल ने एक वीडियो जारी कर कहा कि 'आज खराब मौसम की वजह से आप सब के बीच नहीं पहुंच पाया लेकिन मेरा और महाजोत का संदेश साफ है. असम को 5 गारंटी से उन्नति और समृद्धि की राह पर आगे बढ़ाएंगे. इस उद्देश्य के लिए आप महाजोत को भारी मतों का समर्थन दें.'
असम विधानसभा के लिए दूसरे चरण के चुनाव में प्रचार मंगलवार शाम को खत्म हो गया. दूसरे चरण के तहत एक अप्रैल को 39 निर्वाचन क्षेत्रों में 345 उम्मीदवारों के राजनीतिक भविष्य का फैसला होगा. चुनाव प्रचार अभियान में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का मुद्दा सबसे ऊपर था और पहले चरण के चुनाव में बीजेपी ने इस मुद्दे पर चुप्पी साध रखी थी. लेकिन इस दौरान पार्टी ने बराक घाटी में इस मुद्दे को उठाया जहां हिंदू बंगाली आबादी की खासी संख्या है और उनमें से कई की जड़ें बांग्लादेश में हैं.
असम चुनावों के लिए अपनी पार्टी का घोषणा पत्र जारी करते हुए बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने सीएए का जिक्र किया था और कहा था कि इसे समय पर लागू किया जाएगा. अमित शाह ने पथरकंडी और सिलचर में अपनी चुनावी रैलियों में पहली बार इस विवादास्पद कानून का जिक्र करते हुए आश्वासन दिया था कि शरणार्थियों को नागरिकता का अधिकार दिया जाएगा और बीजेपी घुसपैठियों को राज्य में नहीं आने देगी.
बीजेपी ने अपने प्रचार अभियान में विशेष रूप से एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल पर हमला बोला और आरोप लगाया कि उन्होंने अवैध घुसपैठ को बढ़ावा दिया जिससे कई समस्याएं पैदा हुयीं. पार्टी ने एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन करने को लेकर कांग्रेस पर भी निशाना साधा.