अंतरिक्ष में पहुंचेगी भगवद् गीता और PM मोदी की तस्‍वीर, PSLV C-51 इस महीने होगा लॉन्च

Update: 2021-02-15 03:55 GMT

फाइल फोटो 

बेंगलूरु. बड़े अंतरिक्ष मिशन (Space Mission) में लोगों का नाम भेजने की विदेशी एजेंसियों की परंपरा को अब भारत (India) के अंतरिक्ष मिशन में भी शामिल कर लिया गया है

फरवरी के आखिर में लॉन्च होने वाली एक सेटेलाइट अपने साथ भगवद् गीता को अंतरिक्ष में लेकर जाएगी। इसी के साथ उस पर पीएम मोदी की तस्वीर भी लगी होगी और उनका नाम भी लिखा होगा। इस नैनो सेटेलाइट का नाम भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को आकार देने वाले महान व्यक्तित्व सतीश धवन के नाम पर पड़ा है। निजी क्षेत्र का यह पहला उपग्रह होगा जो दूसरे अंतरिक्ष मिशन की तरह भगवद् गीता, पीएम के नाम के साथ 25 हजार लोगोंं के नामों को लेकर अंतरिक्ष में जाने वाला है। पोलर सेटेलाइट लॉन्च व्हिकल (PSLV) द्वारा इसे लॉन्च किया जाएगा।

इस नैनो सेटेलाइट को स्पेसकिड्स इंडिया द्वारा डेवलप किया गया है। ये एक ऐसी संस्था है जो छात्रों के बीच अंतरिक्ष विज्ञान को बढ़ावा देती है। ये सेटेलाइट तीन अन्य पेलोड्स अपने साथ लेकर जाएगी जिसमें अंतरिक्ष विकिरण, मैग्नेटोस्फीयर का अध्ययन और जो कम बिजली चौड़े क्षेत्र के संचार नेटवर्क का प्रदर्शन करना शामिल होगा।
स्पेसकिड्ज इंडिया की संस्थापक और सीईओ डॉ केसन ने कहा, "अभी हम सब में बहुत उत्साह है। यह अंतरिक्ष में तैनात होने वाला हमारी पहली सेटेलाइट होगी। जब हमने मिशन को अंतिम रूप दिया, तो हमने लोगों से नाम भेजने को कहा जो अंतरिक्ष में भेजे जाएंगे। और, एक सप्ताह के भीतर हमें 25 हजार एंट्रीज मिलीं। इनमें से 1,000 नाम भारत के बाहर के लोगों द्वारा भेजे गए थे। हमने ऐसा करने का फैसला किया क्योंकि यह मिश अंतरिक्ष विज्ञान में लोगों के हित को बढ़ावा देगा। जिन लोगों के नाम भेजे जाएंगे, उन्हें "बोर्डिंग पास" भी दिया जाएगा।
केसन ने आगे बताया कि दूसरे अंतरिक्ष मिशनों की तर्ज पर उन्होंने भी भगवता गीता को अंतरिक्ष में भेजने का फैसला लिया। इससे पहले भी लोग बाइबल जैसी पवित्र पुस्तकों को अंतरिक्ष में ले जा चुके हैं।
उन्होंने कहा, हमने टॉप पैनल पर प्रधानमंत्री के नाम और फोटो को भी जोड़ दिया है। इस सेटेलाइट को पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक्स और सर्किटरी सहित भारत में विकसित और गढ़ा गया है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरपर्सन डॉ के सिवन और वैज्ञानिक सचिव डॉ आर उमामहेश्वरन का नाम नीचे के पैनल पर लिखा गया है।
इसरो की सिफारिशों के बाद डिजाइन में बदलाव किए जाने के बाद सेटलाइट रविवार को श्रीहरिकोटा के स्पेसपोर्ट में भेजा जाएगा। इस सेटेलाइट का प्रक्षेपण इसरो अपने विश्वसनीय ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान 'पीएसएलवी सी-51' से दो अन्य निजी उपग्रहों के साथ करेगा।
भारत ने पिछले साल स्पेस सेक्टर को प्राइवेट क्षेत्रों को खोल दिया था। यह भारत द्वारा डेवलप की गई दो सेटलाइट में से एक है जिसे पहली बार लॉन्च किया जाएगा।
PSLV-C51 मिशन को 28 फरवरी के लिए निर्धारित किया गया है, जो ब्राजील के पृथ्वी अवलोकन सेटेलाइट अमोनिया -1 को प्राथमिक सेटेलाइट के रूप में 20 सह-यात्री सेटेलाइट के रूप में ले जाएगा, जिसमें इसरो के एक नैनोसैटेलाइट, एक अकादमिक संघ द्वारा तीन यूनिटीसैट और एक प्रदर्शन उपग्रह भी शामिल है।
Pixxel ने दिसंबर 2022 तक 30 पृथ्वी अवलोकन उपग्रहों का एक तारामंडल बनाने की योजना बनाई है जो हर 24 घंटे में वैश्विक कवरेज प्रदान करेगा।
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