Nauharadhar. नौहराधार। सूखे की स्थिति अब पीने के पानी पर भी असर कर रही है। पिछले करीब तीन माह से पानी की किल्लत सताने लगी है। जी हां पिछले करीब डेढ़ महीने से भी अधिक समय से हरिपुरधार बाजार में पीने के पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। हैरान करने वाली बात यह है कि अब सरकारी स्कूलों में भी समय पर पानी उपलब्ध नहीं हो रहा है। केंद्रीय प्राथमिक पाठशाला हरिपुरधार में पिछले तीन दिनों से पानी की बूंद तक नहीं पहुंच रही है। पानी न मिलने से इस पाठशाला में शिक्षा ग्रहण कर रहे 150 से अधिक बच्चों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शुक्रवार को जब दोपहर का खाना खाने के बाद बच्चे अपनी थाली लेकर हाथ धोने नलके के पास पहुंचे तो नलके में पानी की बूंद तक नहीं आ रही थी। बच्चे करीब एक घंटे तक पानी का इंतजार करते रहे, मगर नलके में पानी नहीं आया।
स्कूल के चपरासी ने लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह से बाल्टी में पानी भरकर लाकर बच्चों के हाथ धुलाए। उससे पहले स्कूल में मिड-डे मील का भोजन बनाने के लिए भी विश्राम गृह से ही पानी लाना पड़ा। पिछले तीन दिनों से स्कूल में पानी न आने के कारण पाठशाला के शौचालयों में इतनी गंदगी फैली हुई है कि उसके अंदर जाने की वजाय शौच के लिए बच्चों को जंगल की ओर जाने के लिए विवश होना पड़ रहा है। पिछले करीब डेढ़ महीने से बाजार में पीने के पानी का विकराल संकट बना हुआ है। बाजार में चार व पांच दिनों बाद पानी आ रहा है। बाजार वासियों का कहना है कि पांच दिन बाद भी मात्र एक घंटे के लिए पानी आ रहा है, जिसके कारण जहां कपड़े धोने में परेशानी हो रही है। वहीं खाना बनाने व पीने के लिए भी पानी बाजार से खरीदना पड़ रहा है। बाजार के अधिकतर लोग गाडिय़ों में ढोकर पानी लाने के लिए विवश हैं।