कुआं धंसने से मलबे में दबे दो मजदूरों का दिखा सिर, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
मलबे में दबे मजदूरों की हलचल को देख रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे लोगों ने राहत की सांस ली.
छिंदवाड़ा: मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में देर से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम में रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है। इस हादसे को हुए 15 घंटे से भी ज्यादा हो चुके हैं। मलबे में दबे मजदूरों के सिर बाहर दिखाई दे रहे हैं और बातचीत भी कर रहे हैं। मलबे में दबे मजदूरों की हलचल को देख रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे लोगों ने राहत की सांस ली।
जिले के खुनाझिर खुर्द गांव में पुराने कुएं से मलबा निकालते समय एक बड़ा हादसा हो गया। कुआं धंसने से तीन मजदूर मलबे में दब गए। यह मजदूर बुधनी के रहने वाले हैं और मजदूरी करने के लिए छिंदवाड़ा आए थे। हादसे में दबे मजदूरों में एक महिला और दो पुरुष शामिल हैं।
दरअसल, खुनाझिर खुर्द गांव में एक पुराने कुएं को गहरा करने का काम चल रहा था। इसी काम के लिए छह मजदूर लगाए गए थे। इन मजदूरों में से तीन कुएं में उतरकर खुदाई का काम कर रहे थे, जबकि बाकी मजदूर मलबा बाहर निकालने का काम कर रहे थे। मलबा निकालते समय कुआं अचानक धंसने लगा, जिससे तीनों मजदूर मलबे में दब गए।
वहीं, कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और मौके पर चार एंबुलेंस भी तैनात की गई हैं। प्रशासन ने कहा है कि क्योंकि तीनों मजदूरों के सिर मलबे से बाहर हैं, इसलिए ऑक्सीजन की जरूरत नहीं है। रेस्क्यू ऑपरेशन में कुछ कठिनाइयां आ रही हैं, क्योंकि कुआं काफी पुराना और कमजोर हो चुका था। ब्लास्टिंग के कारण कुआं और भी कमजोर हो गया था। इसी वजह से पोकलेन मशीन से कुएं के पास की खुदाई की जा रही है, ताकि कुएं को समतल किया जा सके और मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।
बता दें कि इससे पहले मध्य प्रदेश के सागर जिले में छह जनवरी को एक बड़ा हादसा हुआ था। यहां तेज रफ्तार बोलेरो कार सामने से आ रहे ट्रक से जा टकराई थी। हादसे में चार लोगों की मौत हो गई थी और तीन घायल हो गए थे। घायलों को सागर रेफर कर दिया गया था।