वैक्सीन लगवाने वाले को ही मिलेगी शराब, यहां जारी हुआ आदेश
अनूठी पहल की शुरुआत
वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने के लिए यूपी के इटावा जिले में अनूठी पहल की शुरुआत की गई है। सैफई एसडीएम ने शराब और बीयर के ठेकेदारों से कहा है कि वह किसी को भी बिना प्रमाण पत्र के शराब की ब्रिकी न करें और इसका असर दिखाई भी देने लगा है। एसडीएम हेमसिंह के अनुसार उन्होंने ठेकेदारो से बगैर वैक्सीन प्रमाण पत्र के किसी को शराब की बिक्री नहीं करने की अपील की थी। एसडीएम की अपील के बाद अब शराब खरीदने वाले वैक्सीन लगावाने का प्रमाण पत्र लेकर आ रहे है।
एसडीएम ने सैफई तहसील में कोरोना वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने की इस अनूठे प्रयोग की जमकर तारीफ हो रही है। उन्होंने शराब व बीयर ठेका संचालकों से अपील की है कि कोरोना का टीका लगवा चुके लोगों को ही शराब बेचें। इसके लिए वह समय-समय पर दुकानों की जांच भी करेंगे। गौरतलब है कि अलीगढ़ में जहरीली शराब से हुई लोगों की मौत के बाद एसडीएम हेमसिंह और सीओ राकेश वरिष्ठ और आबकारी विभाग की टीम के साथ शराब व बीयर की दुकानों का निरीक्षण करने निकले थे। दुमीला तिराहे और गीजा गांव में दुकानों की जांच के बाद एसडीएम ने शराब दुकानों के सामने वैक्सीनेशन के लिए जागरूक करने वाले पोस्टर लगाने के निर्देश दिए। एसडीएम ने ठेका संचालकों और सेल्समैनों से कहा कि 45 वर्ष आयु से अधिक उम्र के व्यक्ति को शराब-बीयर तभी दें जब वह कोरोना का टीका (वैक्सीनेशन) लगवाने का कार्ड दिखाए। टीका न लगवाने वाले को शराब न दें।
दुकानदारों का कहना है कि एसडीएम साहब आए थे. पोस्टर लगवा कर गए हैं. साथ ही यह भी कह गए हैं कि बिना वैक्सीनेशन प्रमाण पत्र के किसी को भी शराब की बिक्री न की जाए. अब हम लोग ज्यादातर लोगों से वैक्सीन लगवाने के लिए कह रहे हैं. कई लोग बिना वैक्सीनेशन के प्रमाण पत्र के भी आए उन्हें हम बिना शराब बिक्री किए वापस लौटा रहे हैं. आबकारी अधिकारी ने बताया कि शराब की दुकानों के लिए ग्राहकों का वैक्सीनेशन कराना का कोई आधिकारिक आदेश नहीं है. लेकिन सैफई के एसडीएम यदि ऐसा कर रहे हैं तो वह स्वविवेक से कर रहे हैं. वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करना अच्छी बात है लेकिन शराब बिक्री के लिए अनिवार्य नहीं है.