Shimla. शिमला। राजधानी शिमला की बगल में एक और सेटेलाइट शहर बनाने के लिए राज्य सरकार अब फंडिंग एजेंसी बदल सकती है। इसके लिए अब नेशनल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कारपोरेशन यानी एनबीसीसी से बात कर संभावना तलाशी जा रही है। यदि यहां बात बन गई, तो भारत सरकार के प्रोजेक्ट का इंतजार हिमाचल नहीं करेगा। गौरतलब है कि राज्य सरकार राजधानी शिमला के बगल में स्थित जाठिया देवी में सेटेलाइट टाउनशिप बनाना चाहती है, जिसे भारत सरकार की इनक्यूबेशन सिटी स्कीम में डाला गया है। इस साइट का केंद्रीय शहरी विकास एवं हाउसिंग मंत्रालय की टीम शिमला आकर दौरा कर चुकी है। इसके बाद केंद्रीय मंत्रालय द्वारा उठाई गई आपत्तियों का जवाब भी दिया था, लेकिन अब शहरी विकास और प्रधानमंत्री कार्यालय के बीच में यह मामला अटका हुआ है। हिमुडा इस प्रोजेक्ट को आगे बढऩा चाहता है।
शिमला के जाठिया देवी में माउंटेन टाउनशिप बनाने को हिमाचल सरकार ने प्रोजेक्ट भेजा है। इस डीपीआर की कुल लागत 1374 करोड़ है। इसमें हिमाचल सरकार को भी अपना या निजी निवेशकों का 500 करोड़ लगाना होगा। मुख्यमंत्री सुक्खू ने भी अपने पहले बजट भाषण में इस माउंटेन टाउनशिप की बात कही थी। इस डीपीआर पर वर्चुअल बैठक करने के बाद केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने अपनी एक टीम भेजने को कहा था। अब दौरा भी हो चुका है, लेकिन अभी तक जवाब कोई नहीं आया। इससे पहले दिल्ली से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए पांच राज्यों की बैठक की गई थी। इसमें हिमाचल के अलावा असम, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम और मणिपुर शामिल थे। पांचों राज्यों की डीपीआर में से हिमाचल की डीपीआर की केंद्र सरकार ने तारीफ की थी।