जनता से रिश्ता/सुमित सिंह
शिवहर। के.के पाठक ने जब से शिक्षा विभाग के अपर सचिव के रुप में कार्यभार संभाला है, वह तब से ही एक्शन में दिख रहे हैं। अपर सचिव के आदेश पर पदाधिकारियों द्वारा हर रोज राज्य के स्कूलों का निरीक्षण किया जा रहा है। इस दौरान स्कूलों में कमियां पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। इसी कड़ी में के.के पाठक ने अब एक नया आदेश जारी किया है।
दरअसल, राज्य के स्कूलों में निरीक्षण कर रहे पदाधिकारियों को के.के पाठक ने निर्देश दिया है कि, अब पदाधिकारी जिस भी स्कूल में निरीक्षण के लिए जाएंगे। वह वहां के बच्चों को भी पढ़ाएंगे। अपर सचिव ने कहा है कि पदाधिकारी स्कूल के निरीक्षण में शिक्षकों की उपस्थिति ,बच्चों को क्या कैसे पढ़ाया जा रहा है। बच्चों से सवाल जवाब के साथ खुद भी बच्चों को पढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि आधे-एक घंटे पदाधिकारी बच्चों को पढ़ाएं। इसके अपर सचिव ने साथ विभाग के इंजीनियरों को भी छात्र-छात्राओं को लैब में पढ़ाने का निर्देश दिया गया है।
केके पाठक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुई समीक्षा बैठक में कहा कि स्कूलों के निरीक्षण से बच्चों और शिक्षकों की उपस्थिति अच्छी हुई है पर यह भी शिकायत आ रही है कि अब भी कुछ स्कूलों में शिक्षक अच्छे ढंग से बच्चों को पढ़ा नहीं रहे हैं। जबकि स्कूलों में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो, इसे सुनिश्चित करना हमारी पहली प्राथमिकता है। सारी कवायद का मकसद भी यही है।
उन्होंने कहा कि ऐसे में बच्चों का स्कूलों में पठन-पाठन कैसा चल रहा है, यह भी निरीक्षण के दौरान पदाधिकारी अध्ययन जरूर करें। उन्होंने कहा कि स्कूलों के निरीक्षण में बिहार शिक्षा परियोजना पर्षद के इंजीनियर भी जाते हैं वे स्कूलों में प्रयोगशाला की स्थिति क्या है, इसको देखेंगे। साथ ही बच्चों को सिखाएंगे कि प्रयोग कैसे किया जाते हैं।