> बदलते समीकरण में नाना पटोले का महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी से इस्तीफा होने पर छत्तीसगढ़ के प्रभारी महामंत्री बनाए जाने की पूर्ण संभावना है.
नई दिल्ली: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी की हार के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इस्तीफे की पेशकश की है. पटोले ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को अपना पद छोड़ने की पेशकश की है और जिम्मेदारी से मुक्ति किए जाने का आग्रह किया है.
हालांकि, नाना पटोले की दिल्ली दौरे पर अभी तक खड़गे या लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी से व्यक्तिगत मुलाकात नहीं हो सकी है. सूत्रों ने बताया कि दिल्ली में पटोले की अब तक सिर्फ पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात हो सकी है. फिलहाल, पार्टी आलाकमान ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है.
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे ने नाना पटोले के इस्तीफे की खबरों को खारिज किया है. उन्होंने कहा, नाना पटोले दिल्ली में हैं लेकिन उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया है. इस चुनाव में कई वरिष्ठ नेता हार गए हैं. एक प्रक्रिया है जो की जा रही है, इसलिए किसी निष्कर्ष पर पहुंचने की जरूरत नहीं है.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति ने बंपर जीत हासिल की है. महायुति ने 233 और महाविकास अघाड़ी को 49 सीटें मिली हैं. 6 सीटों पर अन्य जीते हैं. महायुति ने 49.6 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया. जबकि एमवीए ने 35.3 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया. महाराष्ट्र में कांग्रेस ने 103 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उसे सिर्फ 16 सीटें मिलीं.
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले साकोली सीट से चुनाव लड़े और सिर्फ 208 वोटों से जीत सके. उन्होंने बीजेपी के अविनाश ब्राह्मणकर को हराया है. पटोले को 96795 वोट मिले. जबकि ब्राह्मणकर को 96587 वोट मिले. निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. सोमदत्त करंजेकर को 18309 वोट मिले. वंचित बहुजन अघाड़ी के डॉ. अविनाश नन्हे को 11188 वोट मिले. सकोली सीट पर 2019 में नाना पटोले ने करीब 8,000 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी.
इस बार चुनाव में 8 बार के विधायक और कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात हार गए. वे संगमनेर सीट से उतरे थे. उन्हें शिवसेना के अमोल खटल ने 10560 वोटों से चुनाव हरा दिया. पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण भी चुनाव हार गए हैं. वे दक्षिण कराड़ सीट से चुनाव लड़ रहे थे.
हालांकि, विपक्ष ने राज्य में नतीजे हासिल करने के लिए बीजेपी पर ईवीएम में हेराफेरी का आरोप लगाया है. पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सहित कई विपक्षी नेताओं ने नतीजों पर आश्चर्य जताया और कहा, किसी भी प्रमुख मुद्दे पर ध्यान नहीं देने के बावजूद महाराष्ट्र में एनडीए की जीत देखना आश्चर्यजनक है.