'मुसलमान इंडिया गठबंधन से बहुत नाराज', कारी अबरार जमाल की बैठक में लगे मुर्दाबाद के नारे

कहा- मुस्लिमों ने नहीं लिया बीजेपी को हराने का ठेका.

Update: 2024-04-24 05:01 GMT
सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में उलेमा की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में उलेमा ने कहा कि चाहे वह समाजवादी पार्टी हो या कांग्रेस दोनों ही मुस्लिमों की दुश्मन हैं। उन्होंने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके अंदर तो बहुत घमंड भरा हुआ है। वह तो मुस्लिमों का नाम भी नहीं लेते और उन्हें अल्पसंख्यक कह कर संबोधित करते हैं। इस बार के लोकसभा चुनाव में सपा-कांग्रेस के इंडिया गठबंधन का विरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सपा–कांग्रेस की सरकारों ने मुसलमान को दंगों के अलावा कुछ नहीं दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि मुस्लिम बहुल लोकसभा सीटों पर किसी भी पार्टी ने उम्मीदवार को उतारे जाने के लिए हमारे उलेमा और रेहबारों की राय नहीं ली। जिन उलेमा ने कांग्रेस और सपा को पत्र लिखा उनका भी जवाब नहीं दिया गया। हम लोग अपने उलेमा की तौहीन को किसी सूरत बर्दाश्त नहीं करेंगे। सहारनपुर के 62 फूटा रोड स्थित गली नंबर 7 में जमीयत हिमायतुल इस्लाम की बैठक किया गया। बैठक में बड़ी संख्या में उलेमा शामिल हुए। बैठक के दौरान नारे ए तकबीर अल्लाहु अकबर, उलेमा जिंदाबाद और इंडिया गठबंधन मुर्दाबाद के नारे लगे। बैठक में मौलाना मेराज कासमी, दारुल उलूम थाना भवन मुफ्ती प्यार मोहम्मद कासमी, मोलाना सय्यद कलीम नदवी, मोलाना अदनान मिफताही, कारी नोमान नोमानी, आजम मलिक समेत अन्य शामिल हुए।
बैठक के बाद मुस्लिम स्कॉलर कारी अबरार जमाल ने मीडिया कर्मियों को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुस्लिमों से अपील की जा रही है कि वह इंडिया गठबंधन को वोट न दें। उन्होंने कहा कि गठबंधन में मुसलमानों की अनदेखी की गई है। कुछ दिन पहले मौलाना सज्जाद उस्मानी और मौलाना अरशद मदनी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को खत लिखा, लेकिन उधर से कोई जवाब नहीं आया। कांग्रेस ने किसी बड़े मुस्लिम रहनुमा और रहबर से मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में टिकट किसे देना है, इस बात का मशवरा तक नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने हमारे उलेमा की तौहीन की है, जो हम कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। मुसलमान इंडिया गठबंधन को वोट नहीं देगा।
एक सवाल के जवाब में कारी अबरार जमाल ने कहा कि दिल्ली में पुलिसकर्मी के नमाज पढ़ते हुए व्यक्ति को लात मारने की घटना निंदनीय है। आरोपी को सरकार ने सस्पेंड कर दिया है। हमने भी इस घटना पर विरोध दर्ज कराया था। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि देश का लोकतंत्र खतरे में नहीं है। हां, कुछ पार्टियों की मलाई खतरे में है। मलाई यह लोग खाते हैं और जेल में मुसलमान नेता सड़ते हैं। उन्होंने कहा कि मलाई अखिलेश यादव ने खाई और जेल में आजम खान गए। मलाई मायावती ने खाई और दर-दर की ठोकरे हाजी इकबाल खा रहे हैं। यही हाल हाजी याकूब कुरैशी का भी है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष लगातार मुसलमानों के हाल पर चिंता जताती है। लेकिन भाजपा सरकार में मुसलमानों का कोई नुकसान नहीं हो रहा है। न ही लीडरशिप खत्म हो रही है। बीजेपी सरकार ने कई मुस्लिम नेताओं को मौका दिया है। कांग्रेस 30 प्रतिशत मुसलमानों के वोट लेकर भी दो मिनिस्टर देती थी। भाजपा मुसलमानों का वोट लिए बिना ही दो-दो मिनिस्टर दे रही है।उन्होंने कहा कि कांग्रेस और विपक्ष की अन्य पार्टियां चाहती है कि मुरादाबाद, हाशिमपुरा और मुजफ्फरनगर जैसे दंगे देश में फिर हो। कारी अबरार जमाल ने कहा कि अगर सरकार चाहे तो परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। लेकिन सपा और कांग्रेस की सरकारों में हुए दंगों के दौरान तमाम मुसलमानो के कत्ल हुए। मुसलमान अब बेवकूफ नहीं रहा है। मुसलमान ने बीजेपी को हराने का ठेका नहीं लिया है। मुसलमान को जो अच्छा लगेगा वह उसे वोट देगा।
Tags:    

Similar News

-->