रील के चक्कर में गंवाई जान! तीनों की मौके पर ही मौत, कैसे हुआ ये?
पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
वाराणसी: सोशल मीडिया के लिए रील बनाने का नशा किशोरों के सिर चढ़कर बोल रहा है। किशोर रील को लेकर इतने लापरवाह हो गए हैं कि जान पर खेल जा रहे हैं। ऐसा ही हादसा वाराणसी में गुरुवार की सुबह हो गया। एक ही बाइक पर सवार होकर रील बना रहे तीन किशोर बस से टकरा गए। टक्कर इतनी तेज थी कि तीनों सौ मीटर दूर उछल गए। तीनों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की खबर लगते ही परिवार में कोहराम मच गया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने बस को भी पकड़ लिया है। बताया जाता है कि बस से टक्कर से पहले तीनों किशोर रास्ते में एक युवक से भी टकराए थे। घटना रोहनिया थाना क्षेत्र के चितईपुर खनाव गांव के पाास हुई है।
बताया जाता है कि रोहनिया थाना क्षेत्र के अखरी गांव निवासी साहिल राजभर उर्फ नाऊ 16 वर्ष, चंद्रशेखर राजभर उर्फ निरहू 16 वर्ष और शिवम राजभर उर्फ चंचल 16 वर्ष एक केटीएम मोटरसाइकिल से बच्छाव बाजार गये थे। बच्छाव बाजार से अखरी की तरफ वापस आ रहे थे। इस दौरान तीनों बाइक को लहराते हुए चलाने के साथ ही रील बना रहे थे। इसी दौरान खनाव के पास अखरी से अदलपुरा के पास सामने से आ रही बस से किशोरों की बाइक की सीधी टक्कर हो गई। इसमें चंद्रशेखर और साहिल की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। शिवम को ट्रामा सेंटर भेजा गया। वहां उसकी भी मौत हो गई।
तीनों अखरी गांव के ही निवासी थे। वहां जैसे ही मौत की जानकारी मिली कोहराम मच गया। भारी संख्या में लोग पहले घटनास्थल फिर अस्पताल पहुंचे। इधर घर पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में भी सन्नाटा छा गया। केटीएम मोटरसाइकिल अभी कुछ माह पूर्व ही साहिल ने खरीदी थी। अभी गाड़ी पर नंबर भी नहीं हुआ था।
साहिल तीन भाई व एक बहन में दूसरे नंबर पर था। शिवम तीन भाई व तीन बहन थे। शिवम ब्लड कैंसर पीड़ित था। अभी कुछ साल तक इलाज के बाद ठीक हुआ था। वह कार धुलाई का काम करता था। चंद्रशेखर दो भाई व एक बहन था और कक्षा 10 का छात्र था।