जानिए क्यों मगरमच्छ का नाम पड़ा ओसामा बिन लादेन, 80 लोगों को बनाया अपना शिकार
जिनके बारे में जानकर हैरानी होती है
इस दुनिया में कई ऐसी चीजें हैं, जिनके बारे में जानकर हैरानी होती है. आज तक आपने कई खतरनाक मगरमच्छों के बारे में सुना होगा. लेकिन, अगर आपसे पूछा जाए कि क्या आपने कभी 'ओसामा बिन लादेन' नामक मगरमच्छ के बारे में सुना है? यह सवाल सुनकर ही आप चौंक गए होंगे. क्योंकि, इससे पहले आज तक लोग आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के बारे में सुना है. ये मगरमच्छ कहां से आ गया? तो हम आपको बता दें कि युगांडा में एक मगरमच्छ का नाम 'ओसामा बिन लादेन' है. जो 80 लोगों को अपना शिकार बना चुका है. तो चलिए जानते हैं कि आखिर मगरमच्छ का नाम ओसामा बिन लादेन कैसे पड़ा?
रिपोर्ट के अनुसार, युगांडा के एक गांव में एक मगरमच्छ ने ऐसा आतंक मचाया कि तंग आकर लोगों ने उसका नाम 'ओसामा बिन लादेन' रख दिया. बताया जाता है कि इस मगरमच्छ ने 80 लोगों को अपना शिकार बनाया. हालांकि, अधिकारियों के साथ मिलकर स्थानीय लोगों ने इस मगरमच्छ को पकड़ लिया है. कहा जा रहा है कि इसकी उम्र 75 साल है और साल 1991 से लेकर 2005 के बीच में इस जानवर ने गांव की आबादी के दसवें हिस्से को मार डाला.
बच्चों को भी शिकार बनाता था मगरमच्छ
लूगंगा गांव मगरमच्छ उन बच्चों को भी अपना शिकार बनाता था, जो झील किनारे पानी भरने या फिर नहाने जाते थे। इतना ही नहीं, कथित तौर पर मगरमच्छ शिकार के लिए पानी की सतह पर तैरती नाव पर भी छलांग लगा देता था. कहा जाता है कि ग्रामीण इस मगरमच्छ को मारना चाहते थे. लेकिन, अधिकारियों ने उसे युगांडा क्रोक्स को ब्रीडिंग प्रोग्राम के लिए दे दिया. आलम ये है कि यह मगरमच्छ पूरी दुनिया में 'ओसामा बिन लादेन' से मशहूर हो गया है और इसकी चर्चा हर ओर हो रही है