कश्मीर। जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) आनंद जैन ने क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी और मादक द्रव्यों के सेवन के मद्देनजर समीक्षा बैठक की। एडीजीपी ने नशीली दवाओं और नशीले पदार्थों की अवैध तस्करी और उनके उपभोग से निपटने के लिए किए गए उपायों की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने जम्मू में सक्रिय ड्रग नेटवर्क को खत्म करने के लिए कार्रवाई और अंतर-एजेंसी समन्वय की महत्वपूर्ण आवश्यकता को रेखांकित किया।
बैठक में निगरानी को मजबूत करने, खुफिया जानकारी साझा करने में सुधार और विशेष रूप से उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में सामुदायिक जागरूकता अभियान तेज करने पर चर्चा की गई। एडीजीपी ने नशीली दवाओं से संबंधित गतिविधि में आई कमी का जिक्र करते हुए नशीली दवाओं के नेटवर्क से निपटने के लिए कार्रवाई तेज करने का निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को संवेदनशील क्षेत्रों का पता लगाकर अभियान चलाने का निर्देश दिया। एडीजीपी जम्मू ने आरोपी की सजा की गारंटी के लिए अभियोजन स्तर पर गहन जांच और मूल्यांकन की आवश्यकता पर जोर दिया। नार्को से संबंधित अपराधों की जांच करने वाले आईओ के परिणामों में सुधार के लिए उन्होंने अपराध शाखा जम्मू से दिशानिर्देश और जांच मॉड्यूल बनाने का आग्रह किया।
मादक पदार्थों की तस्करी से प्राप्त संपत्ति की कुर्की के निर्देश देने के अलावा एडीजीपी जम्मू ने खातों/संपत्तियों को फ्रीज करने का आदेश दिया। साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों में ज्ञात और संदिग्ध ड्रग डीलरों और तस्करों का पता लगाने और उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करने पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों को नार्को मामलों की जांच के लिए सक्षम और अनुभवी जांचकर्ताओं की पहचान करने का निर्देश दिया।