आईजीएमसी में नहीं हो रहे किडनी संबंधी टेस्ट

Update: 2024-05-16 10:50 GMT
शिमला। राजधानी का सबसे बड़ा अस्पताल आईजीएमसी जहां मरीजों को सुविधा देने के बड़े बड़े दावे कर रहा है। वहीं, आईजीएमसी की सरकारी लैब में अधिकांश टेस्ट भी नहीं हो पा रहे हैं। कुछ दिनों से यहां की सरकारी लैब में लीवर, किडनी के टेस्ट करवाने वाली मशीन ही खराब हो गई है। इससे लोगों को भी निजी लैब से टेस्ट करवाने को मजबूर होना पड़ रहा है। मशीन खराब होने से यहां लिवर, किडनी और शुगर के टेस्ट नहीं हो पा रहे हैं। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने निजी क्रसना लैब में रूटीन के सैंपलों की जांच करवाई। आईजीएमसी में रोजाना हजारों मरीज मेडिसिन, सर्जरी, ऑर्थो, न्यूरो सर्जरी, यूरोलॉजी, बालरोग, मनोचिकित्सा समेत विभिन्न ओपीडी में जांच करवाते हैं।

प्राथमिक जांच के बाद चिकित्सक मरीजों को लिवर, किडनी और शुगर समेत विभिन्न टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं, लेकिन मंगलवार को जब मरीज फार्म लेकर न्यू ओपीडी पहुंचे तो कहा गया कि इसकी जांच निजी क्रसना लैब में होगी। यह सूचना मिलने के बाद कई मरीज पुराने भवन स्थित निजी क्रसना लैब पहुंचे। हालांकि उन्हें यहां बताया गया कि न्यू ओपीडी में ही सैंपल लेने की व्यवस्था है। इस वजह से मरीजों को दिक्कतें झेलनी पड़ी। हालांकि कई मरीजों ने कहा कि अगर नोटिस चस्पा होता तो उन्हें दिक्कतें पेश न आती। अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि मरीजों को परेशानी पेश न आए, इसलिए न्यू ओपीडी ब्लॉक में ही निजी क्रस्ना लैब को रूटीन के सैंपल लेने के निर्देश दिए थे। इसके बाद ही सुबह साढ़े नौ बजे से लेकर शाम चार बजे तक रूटीन के सैंपल लिए हैं।
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