BREAKING: 50 हजार का इनामी बदमाश मुठभेड़ में ढ़ेर

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Update: 2025-02-08 16:52 GMT
Gopalganj. गोपालगंज। गोपालगंज में शुक्रवार की देर रात पुलिस से हुए मुठभेड़ में एक 50 हजार का इनामी बदमाश मारा गया, जबकि एक एसटीएफ जवान घायल हो गया। घटना गोपालपुर थाना क्षेत्र के रामपुर खुर्द गांव के पास नहर पुल पर हुई। मृतक कुख्यात की पहचान ऊंचागांव थाना क्षेत्र के भगवान टोला गांव निवासी मनीष यादव के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि पुलिस मनीष को गिरफ्तार कर अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए ले जा रही थी। इसी दौरान कुछ बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जहां मनीष ने भागने का प्रयास करने पर जवाबी कार्रवाई में मनीष यादव को गोली लग गई। वहीं मुठभेड़ में एसटीएफ जवान रौशन कुमार के हाथ में गोली लग गई।
जिसके बाद दोनों घायलों को सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां मनीष यादव की मौत हो गई। वहीं एसटीएफ जवान रौशन कुमार का इलाज जारी है। घटना की जानकारी के बाद एसपी अवधेश दीक्षित ने सदर अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। पुलिस मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम कराने की कार्रवाई में जुट गई है। एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया कि कुख्यात अपराधी और 50 हजार के इनामी बदमाश मनीष यादव जो उचकागांव थाना क्षेत्र के भगवान टोला गांव का निवासी था। पुलिस उसे लेकर आ रही थी कि इसी बीच कुछ बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी जिसके बाद कुख्यात मनीष यादव भागने की कोशिश करने लगा। इस दौरान दोनों तरफ से फायरिंग होने लगी जिसमें एसटीएफ के जवान को गोली लग गई।
वहीं आत्मरक्षा और जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने फायरिंग की जिसमें कुख्यात मनीष यादव जख्मी हो गया था। जख्मी अवस्था में उसे तत्काल इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया है। बताया जाता है कि मृतक मनीष यादव पर कई आपराधिक मामले दर्ज है हाल ही में हुए पूर्व मुखिया अरविंद यादव हत्याकांड में भी शामिल था। सारण रेंज के डीआईजी निलेश कुमार घटनास्थल पहुंचे। जहां STF और कुख्यात मनीष यादव के बीच हुई मुठभेड़ में आरोपित गिरोह के ढेर के कारण हिंसक स्थिति उत्पन्न हो गई। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीआईजी ने विस्तार से बताया कि घटना कैसे घटी।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए DIG निलेश कुमार ने बताया कि सीवान और गोपालगंज के कुख्यात अपराधी, उचकागांव थाना क्षेत्र के भगवान टोला निवासी ललन चौधरी उर्फ ललन यादव के बेटे, मनीष कुमार उर्फ मनीष यादव को दिल्ली से एसटीएफ टीम द्वारा गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर उचकागांव थाना में लाया जा रहा था। घटना की शुरुआत लगभग सुबह 02:45 बजे हुई, जब गोपालपुर थाना क्षेत्र के रामपुर खुर्द नहर रोड पर दो बाइक पर सवार पांच अज्ञात अपराधकर्मी ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। इस हमले में पुलिस की गाड़ी बेकाबू होकर पेड़ से टकरा गई।
उचित चेतावनी देते हुए पुलिस पदाधिकारी एवं उनके साथियों ने आत्मरक्षा और जवाबी कार्रवाई में फायरिंग शुरू कर दी। इसी दौरान मनीष यादव, जो अपनी गिरफ्तारी से पहले अपने साथ बैठे सिपाही जे०सी०/630 रौशन कुमार का पिस्तौल लेकर भागने की कोशिश करने लगा, जिसके परिणामस्वरूप सिपाही रौशन कुमार पर फायरिंग की गई। गोली रौशन कुमार के दाहिने कंधे के नीचे और हाथ में लगी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर, गोपालपुर एवं अन्य थानाध्यक्ष घटनास्थल पर पहुंचे। घायल सिपाही और मनीष यादव को तुरंत इलाज हेतु सदर अस्पताल, गोपालगंज भेजा गया। अस्पताल में मनीष यादव को मृत घोषित कर दिया गया, जबकि घायल सिपाही को बेहतर इलाज के लिए पटना भेजा गया।
डीआईजी निलेश कुमार ने बताया कि कुख्यात मनीष यादव के खिलाफ अब तक कुल 10 मामले दर्ज हैं, जिनमें से पांच मामलों में उसे वारंट पर रखा गया है। उन्होंने आगे कहा कि मनीष यादव का एक बड़ा नेटवर्क है, जिसमें बिहार और यूपी से जुड़े कुल 35 सदस्य शामिल हैं। इस नेटवर्क पर सिवान और गोपालगंज में ज्वैलरी लूटने के पांच मामलों के अलावा अन्य कई आपराधिक गतिविधियों के भी मामले दर्ज हैं। पिछले कुछ समय में कई ज्वैलरी शॉप्स में लूट कांड के वारदात भी सामने आए हैं। डीआईजी ने यह भी बताया कि मनीष यादव पूर्व मुखिया अरविंद यादव की हत्या के मुख्य अभियुक्त में से एक थे, जिसके लिए पुलिस मुख्यालय ने पहले ही 50,000 रुपए का इनाम घोषित किया था और बाद में एक लाख रुपए के इनाम की अनुशंसा भी की गई थी।
डीआईजी ने बताया कि इस मुठभेड़ में लगभग 20 से 25 राउंड फायरिंग की गई, जिसमें एसटीएफ के जवानों द्वारा सात राउंड फायर किए गए। घटना के दौरान एसटीएफ के ड्राइवर को पेड़ से टकराने से चोट आई और टीम लीडर मुस्ताक के कंधे में भी चोट लगी। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस हमेशा आत्मरक्षा में ही गोली चलाती है और फरार अपराधियों से आग्रह किया कि वे कानून का पालन करते हुए तुरंत सरेंडर कर दें। साथ ही डीआईजी ने यह भी नोट किया कि मोटरसाइकिल से फायरिंग करने वाले अपराधियों में एक बिहार का और एक यूपी का नंबर दर्ज है। कुछ अपराधियों को भी फायरिंग में गोली लगी है, कुछ दूरी पर बरामद पिस्तौल और खून के निशान भी मिले हैं, जिनकी जांच अभी जारी है।
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