HPMC ने खोले 185 सेंटर, पिछले साल खरीदे थे 84 करोड़ के सेब

Update: 2024-07-29 09:47 GMT
Shimla. शिमला। हिमाचल प्रदेश में सेब की खरीद के लिए इस बार सरकार ने 200 से ज्यादा कलेक्शन सेंटर खोले हैं। इसमें अकेले एचपीएमसी ने 185 कलेक्शन सेंटर खोल दिए हैं, जहां पर कर्मचारी तैनात कर दिए गए हैं। वे सेब बागबानों से सेब की खरीद करेंगे और आगे एचपीएमसी के स्टोर में पहुंचाएंगे। एचपीएमसी सेब से कई तरह के उत्पाद बनाता है, जिसकी काफी डिमांड हिमाचल और दूसरे राज्यों में रहती है। उसका सेब पर आधारित कारोबार है, जिसमें निगम अच्छा काम कर रहा है। बताया जा रहा है कि पिछले साल एचपीएमसी ने बागबानों से 84 करोड़ रुपए का सेब खरीदा था, जो कि एमआईएस यानी मंडी मध्यस्थता योजना के तहत खरीदा जाता है। यह पूरा पैसा बागबानों को दे दिया गया है। इस बार भी सरकार ने बागबानों से 12 रुपए प्रति किलो की दर के समर्थन मूल्य पर सेब खरीदने को कहा है, जिसमें बढ़ोतरी नहीं की गई है। बागबान अपना सी व डी ग्रेड का सेब एचपीएमसी को बेचते हैं। वहीं, एचपीएमसी के साथ हिमफेड भी बागबानों से सेब की खरीद करता है। हिमफेड भी प्रदेश में 50 से ज्यादा स्थानों पर अपने कलेक्शन सेंटर खोलता है, जो इसकी तैयारी में जुटा है। उसके द्वारा भी बागबानों से करीब 30 से 40 करोड़ रूपए के
सेब की खरीद की जाती है।

एचपीएमसी ने कुल 185 कलेक्शन सेंटर स्थापित कर दिए हैं। इनमें गुम्मा में गुम्मा, खलटुनाला, पुडग़, कीथ, चडियाना, शिलगिरी, पुजारली नाला, रामनगर, कलबोग, भयूलाघाट, चमैन, बाहलीधार, रेयोघाटी, कोफरबाग, बरयूंन, बरयूंनघाटी, कैरवी, रतनाड़ी, बाघी, नेराघाटी, बघाल, निहारीनाला में सेंटर होगा। वहीं, डोमेहर, प्रेमनगर, निहारी, पांदी, कंवरबाघ, चैतला, गाजटा, गड़ौग, जाऊनी, बखोल, महासु, चेवरनाला, दरकोटी, तहटोली, काथलीनाला, कोटीबानी, कुपरीनाला, पनोग, खनेटी, क्यारी, थरोला, ताहू, अलावग, झकराड़ी, ढली, ढकाल, जशाला में भी सेंटर होंगे। पराला के तहत चयोग, बासाधार, मौरी, संधू, घूंड़, मलयाणा, चिवींनाला, मतयाणा, ठियोग, शिलारू, पाल्वी, धरतारपुनु, गडाकुफर, देहा, कनेवर, पुलवाहल, पनेलघाट, सरोग, धार व पराला में सेंटर होंगे। चौपाल व राजगढ़ एरिया के लिए चौपाल, खगनापुल, धबास, रेवलपुल, कुटांगन, नेरवा, दियादोची, सैंज, भराणू, झिकनीपुल, मशराहन, नानाहर, पाबस, पुजारली, टपरोली, नेरीपुल, राजगढ़ व कैथाधार में सेंटर होंगे। जुब्बल एरिया के लिए धोची, बचनाला, बिंदलकैंची, बटारगलू, पोकटा, मंडल, झगटान, रामनगरी, बधाल, रोहतान, जुब्बल, पौटा व भराल में सेंटर होंगे। रोहडू व टुटूपानी एरिया के लिए रोहडू, इंगवाला, भटवारी, असतानी, कुटारा, दियारमोली, जखेड़-पदनाल, दलगांव, चोपाटी, अड़ाल, सारस, फरोखधार, धारीकुफर, कडिवां, कुठाड़ी, टुटूपानी व सरांयधार में सेंटर होंगे। जड़ोल टिक्कर के तहत ओडी, खनेटी, नारकंडा, कोटीघाट, कांगल, जंजेली, कनाहर, मधवानी, नागजुब्बड़, जलोग, जरोल, टिक्कर, खूनी, खोलीघाट, खमाडी, ननखड़ी, ज्वालड़ा, कुंगलबाल्टी, जाहू व ब्यूंथल में सेंटर खोले गए हैं। रामपुर व दलाश एरिया के लिए तकलेच, खनोग, घराट, गोपालपुर, मझोली टिप्पर, दोफदा, दरकाली, डंसा, घानवी, दुराह व कुछ अन्य स्थानों पर सेंटर हैं। किन्नौर के रिकांगपिओ, सांगला, निचार, कटगांव, निगुलसेरी, कड़छम में सेंटर होंगे। वहीं करसोग क्षेत्र के चिंडी, सेरी, महासु धार, छकराड़ी, चैलचौक, बगस्याड़, चियूंणी, कटांडा, छत्तरी, निहरी, केलोधार, बागाच्रोग, नेहरा सिराज व जरोल में सेंटर रखा गया है।
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