Palampur. पालमपुर। हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय में बुधवार को रबी फसलों पर राज्य स्तरीय कृषि अधिकारियों की कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि कृषि एवं पशुपालन मंत्री चंद्र कुमार ने वैज्ञानिकों और कृषि अधिकारियों से किसानों को रबी फसलों का उत्पादन बढ़ाने में मदद करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मौसम अनुकूल कृषि राज्य में खाद्य फसलों, तिलहन, दालों और सब्जियों के उत्पादन को बढ़ाने में मदद कर सकती है, जो राष्ट्रीय उत्पादकता से कम है। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा अनुमोदित फसल किस्मों और प्रौद्योगिकी को किसानों के बीच शीघ्रता से स्थानांतरित करने में कृषि अधिकारियों से मदद मांगी ताकि किसानों की आय में वृद्धि हो। उन्होंने नई टेक्नोलॉजी को किसानों तक ले जाने के लिए अधिकारियों को कहा ताकि उसका प्रयोग अधिक हो।
उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि अधिकारियों और विशेषज्ञों को अपनी बात स्थानीय भाषा में रखनी चाहिए। कुलपति प्रो. नवीन कुमार ने कहा कि मृदा परीक्षण के लिए ब्लॉक से भी नीचे गांव स्तर पर पहुंचाने के लिए नई परियोजना को लाया जा रहा है। विशिष्ट अतिथि कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डा. जीत सिंह ने आगामी रबी सीजन की तैयारियों के बारे में विस्तार से बताया। अनुसंधान निदेशालय के प्रभारी वैज्ञानिक डाक्टर प्रदीप कुमार ने अनुसंधान गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। प्रसार शिक्षा निदेशक डा. विनोद शर्मा ने कहा कि किसानों के खेतों पर अग्रिम पंक्ति के प्रदर्शनों की जियो टैगिंग शुरू की गई है। उन्होंने अन्य प्रसार गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यक्रम में कुल सचिव डाक्टर मधु चौधरी, संयुक्त निदेशक राहुल कटोच, हिमाचल किसान यूनियन के प्रधान सीता राम वर्मा समेत सविधिक अधिकारी, प्रगतिशील किसानों, प्रदेश के कृषि अधिकारियों, विशेषज्ञों तथा विश्वविद्यालय के लगभग 150 वैज्ञानिकों ने भी अपनी भागीदारी दर्ज करवाई।