मंबई: बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले के बाद कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं। शिवसेना (यूबीटी) ने भी महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस पर सैफ अली खान पर हुए हमले और कानून-व्यवस्था की राज्य में स्थिति को लेकर हमला बोला।
शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र सामना में सैफ अली खान पर हुए भीषण हमले को लेकर फडणवीस सरकार पर निशाना साधा गया। मुखपत्र सामना में कहा गया है कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई ही नहीं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है। सैफ अली खान और उनकी पत्नी करीना कपूर बांद्रा की सबसे सुरक्षित बिल्डिंग में रहते हैं। फिर भी एक व्यक्ति अभिनेता के घर में घुस जाता है और उन पर हमला कर भाग जाता है। इसका मतलब है कि हमलावर सैफ और उनके परिवार से अनजान नहीं था। तो क्या सैफ पर हुए हमले को कानून व्यवस्था से जुड़ा माना जाए? इसे लेकर असमंजस की स्थिति है।
मुखपत्र सामना में यह भी कहा गया है कि विपक्ष ने सैफ पर हमले पर सवाल उठाए तो मुख्यमंत्री फडणवीस ने दो टूक जवाब दिया। फडणवीस ने कहा कि पुलिस जांच कर रही है। हम दोषी को नहीं छोड़ेंगे। मुंबई को बेवजह बदनाम मत करो। उनका कुल मिलाकर रुख यह है कि मुंबई जैसे शहरों में ऐसी घटनाएं होती हैं, लेकिन मुंबई में ऐसी घटनाएं हर दिन हो रही हैं और किसी को कानून का डर नहीं है।
बैंक धोखाधड़ी और अन्य अपराधों का एक आरोपी फडणवीस के 'सागर' बंगले में आता है और महागठबंधन की जीत के जश्न में फडणवीस को अपने कंधों पर उठा लेता है। फडणवीस उसे पेड़ा खिलाते हैं। वहीं, अपराधी सोशल मीडिया पर एक्टिव गजभाऊ नाम के मराठी व्यक्ति को उठाने की बात करता है और फडणवीस ऐसे दिखावा करते हैं जैसे कुछ हुआ ही न हो।
मुखपत्र सामना में आगे कहा गया है कि मुंबई में जो कुछ हो रहा है, वह महाराष्ट्र की छवि के अनुकूल नहीं है। मुंबई की सड़कों पर बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई। बलात्कार, 'कोयटा गैंग' ने पुणे को आतंकित कर दिया। नागपुर में यौन उत्पीड़न के मामले बढ़ गए हैं। यह सब देखकर क्या फडणवीस के अंदर का गृह मंत्री नहीं जागता? सैफ अली खान पर रहस्यमयी हमला मुंबई की लचर व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है। सैफ के मामले में जो हुआ वह मुंबई की झुग्गी-झोपड़ियों में आए दिन हो रहा है, लेकिन सैफ तैमूर के डैडी हैं इसलिए इस घटना की छुरी हर किसी के दिल में चुभ गई।
मुखपत्र सामना में कहा गया है कि 15 दिन पहले कपूर परिवार और उनके दामाद सैफ पीएम नरेंद्र मोदी से मिले थे। इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने तैमूर के बारे में पूछा था। सैफ मोदी से मिलकर खुश हुए, लेकिन 15 दिन के अंदर ही सैफ पर हमला हो गया। सैफ पर हमले से पीएम मोदी 15 जनवरी को महाराष्ट्र दौरे पर थे। मुखपत्र में कहा गया कि क्या कोई मुंबई की फिल्म इंडस्ट्री को आतंकित करने की कोशिश कर रहा है? या सैफ पर हमला निजी कारणों से हुआ? बीजेपी वाले पहले से ही सैफ पर 'लव जिहाद' का आरोप लगा रहे थे, लेकिन जैसे ही पीएम मोदी ने खुद सैफ, करीना और तैमूर को आशीर्वाद दिया, 'लव जिहाद' सुखद परिणाम में बदल गया। मंत्री आशीष शेलार खुद सैफ से मिलने अस्पताल गए और सब कुछ ठीक कर दिया, क्योंकि सवाल तैमूर और उसके पिता की सुरक्षा का है। आखिर मुंबई में क्या चल रहा है?
मुखपत्र सामना में पूछा गया कि क्या मुंबई सुरक्षित है? लोगों को एक बार यह समझ लेना चाहिए कि मुंबई की सुरक्षा भगवान भरोसे है। सैफ अली खान पर हमला पुलिस की कार्यकुशलता पर संदेह पैदा करता है।
बता दें कि सैफ अली खान पर हुए हमले को लेकर मुंबई पुलिस अलर्ट पर है। हमले की घटना को 50 घंटे से ज्यादा समय हो चुका है और पुलिस फरार आरोपी को अभी तक पकड़ नहीं पाई है। आरोपी को पकड़ने के लिए मुंबई की लोकल पुलिस और क्राइम ब्रांच ने 40 से ज्यादा टीमें बनाई हैं। मुंबई, ठाणे और पालघर जिले के अलग-अलग इलाकों में आरोपी की तलाश कर रही हैं।