किसान ने बनवाया बुलेटप्रूफ ट्रैक्टर, जानिए क्या है पूरी वजह
अधिकारी ने दिया ये बयान
आपने बुलेटप्रूफ कार के बार तो सुना या देखा होगा लेकिन क्या कभी बुलेटप्रूफ ट्रैक्टर देखा है. अब आप सोचेंगे कि भला बुलेटप्रूफ ट्रैक्टर कैसे हो सकता है और कोई किसान ऐसा क्यों करेगा क्योंकि ट्रैक्टर का काम तो खेत में होता है. लेकिन ये पूरी तरह से सच है. हरियाणा के एक किसान ने पूरे पांच लाख रुपये खर्च करके अपने लिए बुलेटप्रूफ ट्रैक्टर बनवाया है. अब आपके मन में ये सवाल उठ रहा होगा कि जब ट्रैक्टर से खेती करते हैं तो आखिरकार उस किसान को ऐसी कौन सी नौबत आ गई कि खुद के लिए बुलेटप्रूफ टैक्ट्रर बनावाने की जरूरत हो गई. दरअसल, यमुना नदी से सटी जमीन को लेकर उत्तर प्रदेश और हरियाणा के किसानों के मतभेद चल रहे हैं. दोनों राज्यों के किसान पानी पर अधिकारों को लेकर आमने-सामने हैं. ऐसे में हरियाणा के एक किसान ने बुलेटप्रूफ ट्रैक्टर इसलिए बनवाया है ताकि अगर संघर्ष की स्थिति बनती है तो वो इस लड़ाई में हिस्सा भी ले सकें और सुरक्षित भी रहे. बता दें कि ये ट्रैक्टर ना सिर्फ बुलेटप्रूफ है बल्कि एसी और सीसीटीवी से भी लैस है. इस ट्रैक्टर पर ना तो लाठी-डंडों का असर होगा और ना ही गोलियों का. हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सीमा पर यमुना नदी से सटी जमीन को लेकर इन दोनों राज्यों के किसानों की अक्सर भिड़ंत होती रहती है जिसमें कई बार गोलियां भी चल जाती हैं. हरियाणा और उत्तर प्रदेश के यमुना विवाद को लेकर सालों बीत चुके हैं लेकिन क्षेत्र के विवाद को लेकर अभी तक ना तो हरियाणा सरकार और ना ही उत्तर प्रदेश सरकार इस समस्या को हल कर पाई है.
दोनों प्रदेशों के किसान आपस में सीमा विवाद को लेकर लड़ते-झगड़ते रहते हैं और कई बड़ी घटना भी इस सीमा विवाद को लेकर हुई हैं जिसमें किसानों की मौत तक हो चुकी है. हरियाणा के सोनीपत जिले के खुरमपुर गांव के किसान ने विवाद से डरते हुए बुलेट प्रूफ ट्रैक्टर बनवाया है, जिसको बनवाने में लगभग 5 लाख रुपये से ज्यादा का खर्च आया है. हरियाणा के गांव खुरमपुर के किसानों ने बताया कि उत्तर प्रदेश के किसानों का उनके साथ जमीनी विवाद को लेकर काफी लंबे समय से झगड़ा चल रहा है. उन्होंने कहा यूपी के किसान हजारों की संख्या में इकट्ठा होकर हमला कर देते हैं और इसी के चलते अब उन्होंने बुलेट प्रूफ ट्रैक्टर बनवाया है.
इस पूरे मामले में सोनीपत कुंडली थाना के एक अधिकारी वीरेंद्र रावत ने बताया कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों में यमुना जमीन विवाद को लेकर काफी लंबे समय से कोर्ट में केस चल रहा है. इस जमीन की निशानदेही भी है जो प्रशासन द्वारा करवाई गई है.